‘BJP को सत्ता से दूर रखने MVA गठबंधन के लिए राजी हुई थीं सोनिया गांधी’

- कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि उनकी पार्टी मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पूरे पांच साल के कार्यकाल तक उनके साथ मजबूती से खड़ी है.
पुणे: महाराष्ट्र में महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार के सहयोगी दलों के बीच जारी बयानबाजी के बीच कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि उनकी पार्टी मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पूरे पांच साल के कार्यकाल तक उनके साथ मजबूती से खड़ी है. कुछ दिन पहले पटोले ने कहा था कि कांग्रेस महाराष्ट्र का अगला विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी. प्रदेश अध्यक्ष पटोले ने यह भी कहा कि कांग्रेस की तरफ से एमवीए सरकार को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी. गौरतलब है कि महाराष्ट्र में कांग्रेस के अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद राजनीति तेज हो गई है.
सीएम उद्धव के बयान के बाद पटोले उवाच
गौरतलब यह है कि पटोले की यह टिप्पणी मुख्यमंत्री और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के बयान के बाद आयी है जिसमें उन्होंने कहा था कि लोगों की समस्याओं का समाधान करने के बजाय अकेले चुनाव लड़ने की बात करने वालों की जनता ‘चप्पल से पिटाई’ करेगी. इससे पहले दिन में कांग्रेस नेता ने कहा, ‘हमने 2019 में पांच साल के लिए महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार का गठन भाजपा को रोकने के लिए किया था. यह कोई स्थायी गठजोड़ नहीं है.’
दशकों का विरोध छोड़ संग आए कांग्रेस-शिवसेना
शिवसेना और कांग्रेस दशकों से धुर विरोधी दल रहे हैं, लेकिन 2019 में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी के भाजपा के साथ गठबंधन से अलग होने के बाद दोनों दलों ने राकांपा के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बनायी. पुणे में एक कार्यक्रम से इतर पटोले ने संवाददाताओं से कहा कि जब तीनों दल एमवीए के गठन के लिए एकसाथ आए तो कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने केवल एक ही रुख को सामने रखा कि पार्टी भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए गठबंधन में शामिल हो रही है.
उद्धव सरकार को पांच साल तक कोई खतरा नहीं
उन्होंने कहा, ‘हमारी नेता सोनिया गांधी ने भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए एमवीए का हिस्सा बनने का फैसला किया था. हालांकि, ऐसा कोई उल्लेख नहीं किया गया था कि हम स्थायी गठबंधन में हैं (चुनाव लड़ने लिए भी).’ पटोले ने कहा, ‘कांग्रेस पूरे पांच साल के कार्यकाल के लिए उद्धव ठाकरे सरकार के साथ मजबूती से खड़ी है. गठबंधन में कांग्रेस की वजह से कोई दिक्कत नहीं होगी. हमारी नेता सोनिया गांधी पहले ही यह आश्वासन दे चुकी हैं और प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते, मेरा भी यही विचार है.’
अकेले चुनाव लड़ने की दोहराई बात
उन्होंने कहा, ‘हम आने वाले निकाय चुनाव अकेले लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. कई बार ऐसा हुआ है, जब सहयोगी दलों ने राज्य में गठबंधन को बिना कोई नुकसान पहुंचाए, निकाय चुनाव अलग-अलग लड़े हैं.’ कांग्रेस नेता ने कहा कि जब शिवसेना और भाजपा राज्य में गठबंधन की सरकार चला रहे थे, उस दौरान भी दोनों दलों ने निकाय चुनाव अलग-अलग लड़ा था.