कहीं लिया लंच ब्रेक तो कही गुटका लेने तो कहीं चाय पीने चले गए पीठासीन अधिकारी

लखनऊ/सहारनपुर [दिग्विजय]: उत्तर प्रदेश में दुसरे चरण के मतदान में अव्यवस्थाएं हावी रही। मतदानकर्मियों की वजह से कई बूथों पर मतदान बाधित हुआ। मतदान के बीच कई बूथों पर पीठासीन अधिकारी गायब हो गए तो कई बूथों पर लंच ब्रेक के बहाने मतदान को रोक दिया गया।
सहारनपुर की नकुड़ तहसील के गाँव अध्याना को भाजपा का गढ़ कहा जाता है लेकिन गाँव में मतदान को बाधित कर मत प्रतिशत को कम करने का प्रयास किया गया। इस षड्यन्त्र के पीछे कौन रहा किसकी सजिश से यह सब हुआ यह तो साफ नहीं हो पाया लेकिन जो भी रहा हो उसका साफ व स्पष्ट उद्देश मतदान को बाधित कर मत प्रतिशत को कम करना रहा। षड्यन्त्रकर्ता अपने उद्देश्य में काफी हद तक कामयाब रहा।
प्राथमिक विद्यालय के बूथ संख्या 352 व 353 में करीब 1 बजे मतदान अचानक रोक दिया गया जबकि दोनों बूथों पर महिला व पुरुष मतदाताओ की लंबी-लंबी लाईन लगी थी। जानकारी करने पर बताया गया कि सभी मतदान कर्मी लंच कर रहे है। उसके बाद मतदान कर्मियों ने लाइनों में खड़े मतदाताओ से कहलवा दिया कि 20 – 25 मिनट बाद आना अभी सब लंच कर रहे है। इस दौरान लाइनो में लगी महिलाये परेशान दिखी।
महिलायें बिना मतदान किए लौटी बैरंग
दुबारा मतदान शुरू होने में लगभग आधा घंटा लग गया, तब तक कई महिला मतदाता बिना मतदान किये ही वापस घर चली गई। बात करने पर पता चला कि ये सभी महिला मतदाता भाजपा की समर्थक थी।
लंच ब्रेक का नहीं है प्रावधान
इस विषय पर जब नकुड़ तहसील के उपजिलाधिकारी से बात की गई तो उन्होंने कहा मतदान दिवस पर मतदान कर्मियों के लंच ब्रेक का प्रावधान नहीं है। मतदान कर्मियों को एक-एक कर लंच करना चाहिए जिससे मतदान बाधित न हो।
मतदान छोड़ गुटखा लेने गया पीठासीन अधिकारी
गजरौला में मतदान को छोड़ पीठासीन अधिकारी गुटखा लेने चला गया। मतदाताओं की सूचना पर एसडीएम धनौरा मौके पर पहुंचे। उन्होंने गायब रहे पीठासीन अधिकारी से नाराजगी जताते हुए हिदायत दी।
20 मिनट तक बूथ से गायब रहे पीठासीन अधिकारी
अमरोहा के गजरौला के गांव तिगरी में पीठासीन अधिकारी की लापरवाही के कारण करीब 20 मिनट तक मतदान प्रभावित रहा। पूर्व माध्यमिक विद्यालय में कमरा नंबर 2 में 201 नम्बर बूथ के पीठासीन अधिकारी इकराम नकवी दस बजे बिना किसी को बताए मतदान केन्द्र छोड़कर चले गए। कुछ देर में वापस नहीं पहुंचे तो उनकी तलाश भी शुरू हो गई। उनके गायब रहने के दौरान पहुंचे सेक्टर मजिस्ट्रेट ने पुलिसकर्मियों से शौचालय आदि में उनकी खोज करवाई। इस प्रक्रिया के करीब करीब 20 मिनट बाद हाथ में चाय का गिलास लेकर आ गए। सुरक्षा में तैनात जवानों ने उनसे बिना बताए बाहर जाने पर पूछताछ की। पीठासीन अधिकारी ने बताया कि उन्हें गैस की समस्या हो रही थी। गांव से चाय लेने के लिए चले गए थे। नियमानुसार वह मतदान केंद्र से बाहर नहीं निकल सकते हैं।