…..तो स्टोन क्रेशर स्वामी अपने कारोबार बंद कर करेंगे मुख्यमंत्री आवास पर अनशन
सहारनपुर [24CN]। जनपद के स्टोन क्रेशर संचालकों की बैठक में हरियाणा व उत्तराखंड से आ रहे खनन से होने वाले राजस्व नुकसान पर चर्चा की गई तथा सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि यदि शासन-प्रशासन ने हरियाणा व उत्तराखंड से आ रहे अवैध खनन पर रोक नहीं लगाई तो जिले के 84 स्टोन क्रेशर स्वामी अपना कारोबार बंद करने को मजबूर होंगे।
स्थानीय दिल्ली रोड स्थित एक होटल के सभागार में जनपद के स्टोन क्रेशर स्वामियों की बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि यदि शासन-प्रशासन ने उत्तराखंड व हरियाणा से आ रहे अवैध खनन पर रोक नहीं लगाई तो उत्तर प्रदेश सरकार को राजस्व का भारी नुकसान होगा। यदि जिले के 84 स्टोन क्रेशर स्वामियों ने अपना कारोबार बंद कर दिया तो सरकार को भारी रेवेन्यू का नुकसान होगा। साथ ही स्थानीय मजदूरों को भुखमरी का सामना करना पड़ सकता है।बैठक में स्टोन क्रेशर स्वामियों ने मांग की कि हरियाणा व उत्तराखंड की सीमा से आ रहे अवैध खनन व कूटरचित प्रपत्रों द्वारा हो रहे परिवहन को तत्काल रोका जाए। क्रेशर स्वामियों पर दर्ज मुकदमें समाप्त किए जाएं तथा भविष्य में क्रेशर स्वामियों पर जबरन मुकदमें न थोपे जाएं।
उन्होंने मांग की कि एक घन मीटर में 65 टन के स्थान पर अन्य राज्यों की तरह वजन संशोधित किया जाए। बैठक में सर्वसम्मति से तय किया गया कि यदि शीघ्र ही समस्याओं का निराकरण नहीं हुआ तो जनपद के सभी स्टोन क्रेशर स्वामी अपना व्यापार बंद कर लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास के समक्ष अनशन करेंगे जिससे होने वाले राजस्व की हानि तथा स्थानीय रोजगार के लिए जिला प्रशासन जिम्मेदार होगा। बैठक में भारी संख्या में स्टोन क्रेशर स्वामी शामिल रहे।