रामलीला मंचन के पांचवें दिन हुआ सीता स्वंयवर रावण बाणासुर संवाद का मंचन

- नगर के रामलीला मैदान में चल रही रामलीला में प्रस्तुति देते कलाकार
देवबंद [24CN]। श्री विष्णु कला मंडल के तत्वाधान में चल रहे रामलीला महोत्सव के पांचवे दिन सीता स्वयंवर रावण बाणासुर संवाद लक्ष्मण परशुराम संवाद लीला का मनोहारी मंचन किया।
राजा जनक के निमंत्रण पर विश्वामित्र राम लक्ष्मण सहित जनकपुरी आते हैं फिर राजा जनक के दरबार में सीता स्वयंवर का आयोजन होता है जिसमें दूर दूर से राजा आते हैं ।इस स्वयंवर में रावण व बाणासुर भी आते हैं तथा दोनों में सुंदर संवाद होता है उसके बाद रावण आकाशवाणी होने के बाद वापस लौट जाता है और बाणासुर भी धनुष को नमस्कार कर के लौट जाता है। फिर सभी राजा धनुष उठाने की कोशिश करते हैं पर सभी नाकाम रहते हैं ,इस पर राजा जनक सभी राजाओं मो कायर कह देते है। इनसे क्रोधित हो लक्ष्मण भड़क उठते हैं फिर प्रभु राम लक्ष्मण को शांत करते हैं और गुरु विश्वामित्र की आज्ञा पाकर शिव धनुष का भंजन करते हैं ।उसके बाद सीता जी प्रभु राम को माला पहनाती हैं। धनुष टूटने की आहट से परशुराम की तपस्या भंग हो जाती है और वह जनक के दरबार पहुंचकर जनक से पूछते हैं कि इस धनुष का भंजन किसने किया है, इस पर उनकी लक्ष्मण से तीखी बहस होती है जिसके बाद उन्हें पता चलता है कि प्रभु राम भगवान के अवतार हैं तो वह भी उन्हें प्रणाम करके निकल जाते है। राजा जनक की भूमिका लक्ष्मण सैनी, विश्वामित्र की भूमिका अमित सैनी, राम की भूमिका दीपक प्रजापति, लक्ष्मण की सागर कश्यप, रावण की भरत शर्मा, बाणासुर की तुषार मित्तल, परशुराम की अशोक शर्मा व भाट की भूमिका प्रवीण गर्ग ने निभाई इसके साथ ही शंकर कश्यप, सतवीर काका ,अजय सैनी, लाखन ,अलख अग्रवाल आदि ने राजाओं का सुंदर अभिनय किया।
सुंदर भव्य मंचन देखने के लिए देवबंद विधानसभा से पूर्व विधायक उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री रहे स्वर्गीय राजेंद्र सिंह राणा की सुपुत्री श्रीमती प्रियंवदा राणा ने भी मंचन को देखा और कलाकारों का उत्साहवर्धन किया मंडल की ओर से प्रियंवदा राणा को पटका, पगड़ी व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया
इस अवसर पर मंडल संचालक नरेश मित्तल मुख्य निर्देशक अशोक शर्मा अध्यक्ष नितिन गुप्ता कोषाध्यक्ष गगन मित्तल महामंत्री सचिन शर्मा सह कोषाध्यक्ष प्रदीप मेहता, निखिल अग्रवाल वैभव अग्रवाल, सचिन माहेश्वरी तुषार मित्तल दशहरा प्रमुख मनीष भारती निर्देशक बलवीर सैनी, अरविंद बंसल शिवम गुप्ता अक्षय बंसल आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।