नई दिल्ली। महाराष्ट्र कोरोना का हाटस्पाट बनता नजर आ रहा है। महाराष्ट्र में शुक्रवार को कोरोना संक्रमण के 3,081 नए मामले सामने आए। बीते चार महीने में कोरोना संक्रमण में यह बड़ा उछाल है। अकेले मुंबई में ही कोरोना संक्रमण के 1,956 नए केस सामने आए हैं। इसके साथ ही मुंबई महानगर में संक्रमण दर 12.7 फीसद पर पहुंच गई है। वहीं दिल्ली में शुक्रवार को कोरोना के 655 नए मामले दर्ज किए गए जबकि दो और मौतें दर्ज की गईं। दिल्ली में पाजिटिविटी रेट बढ़कर 3.11 फीसद पर पहुंच गई है।
महराष्ट्र में 3,081 और मुंबई में 1,956 नए मामले
महाराष्ट्र में शुक्रवार को पिछले करीब चार महीनों में कोरोना के सर्वाधिक मामले सामने आए। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग की ओर से साझा की गई जानकारी के मुताबिक बीते 24 घंटे में सूबे में कोरोना संक्रमण के 3,081 नए केस सामने आए। अकेले राज्य की राजधानी मुंबई में 1,956 नए मामले सामने आए। सनद रहे एक दिन पहले बृहस्पतिवार को महाराष्ट्र में 2813 नए मामले सामने आए थे जबकि एक व्यक्ति की संक्रमण से मौत हो गई थी। महाराष्ट्र में 13,329 एक्टिव केस हैं।
दिल्ली में 655 नए केस
वहीं दिल्ली में शुक्रवार को कोरोना के 655 नए मामले मिले जबकि दो संक्रमितों की मौत हो गई। दिल्ली में संक्रमण दर 3.11 फीसद हो गई है। राष्ट्रीय राजधानी में यह लगातार दूसरा दिन है जब कोरोन संक्रमण के 600 से ज्यादा नए मामले मिले और पाजिटिविटी रेट तीन फीसद से ज्यादा दर्ज की गई है। एक दिन पहले गुरुवार को दिल्ली में कोरोना के 622 केस मिले थे जबकि दो मरीजों की मौत हो गई थी। यही नहीं गुरुवार को दिल्ली में संक्रमण दर 3.17 फीसद दर्ज की गई थी।
देश में सात हजार से ज्यादा मामले
वहीं देश में लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को कोरोना के सात हजार से ज्यादा मामले मिले। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सुबह आठ बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के अनुसार बीते 24 घंटे में 7,584 मामले मिले हैं और 24 मौतें हुई हैं जिनमें 17 मौतें अकेले केरल से हैं। एक दिन पहले 7,200 से ज्यादा मामले मिले थे। सक्रिय मामले भी 3,769 की वृद्धि के साथ 36,267 पर पहुंच गए हैं।
संक्रमण दर भी बढ़ी
यही नहीं देश में दैनिक संक्रमण दर भी बढ़कर 2.26 प्रतिशत हो गई है और साप्ताहिक संक्रमण दर भी 1.50 प्रतिशत पर पहुंच गई है। मरीजों के उबरने की दर लगातार घट रही है और वर्तमान में यह 98.70 प्रतिशत पर आ गई है। मृत्युदर 1.21 प्रतिशत पर बनी हुई है। कोविन पोर्टल के मुताबिक अब तक कोरोना रोधी वैक्सीन की कुल 194.77 करोड़ डोज लगाई जा चुकी हैं। इनमें 101.32 करोड़ पहली, 89.76 करोड़ दूसरी और 3.69 करोड़ सतर्कता डोज शामिल है।
ICMR ने कही यह बात
इस बीच भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद यानी आइसीएमआर के अतिरिक्त महानिदेशक डा. समीरन पांडा ने कहा है कि घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि कोरोना वायरस का कोई चिंताजनक वैरिएंट सामने नहीं आया है। समाचार एजेंसी एएनआइ के साथ खास बातचीत में डा. पांडा ने कहा कि घबराने से कुछ नहीं होगा। मौजूदा वक्त में गंभीरता से आंकड़ों का विश्लेषण करने की जरूरत है।
महाराष्ट्र और केरल में कोरोना के चरम पर पहुंचने का अनुमान
इस बीच भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर (आइआइटी) में स्थापित रिस्क सर्विलांस सेंटर के प्रभारी प्रोफेसर मणीन्द्र अग्रवाल ने देश में बढ़ते मामलों को पुराने कोरोना वैरिएंट का प्रसार बताया है। इसके साथ ही उन्होंने महाराष्ट्र और केरल में जुलाई में ही कोरोना के चरम पर पहुंचने का अनुमान जताया है। हालांकि इसे लेकर एक हफ्ते में अध्ययन पूरा होने की उम्मीद जताई है।
लोगों की लापरवाही संक्रमण फैलने की बड़ी वजह
वहीं विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली में कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी की वजह लोगों की लापरवाही और छुट्टियों का दौर है। मौजूदा वक्त में देखा जा रहा है कि हर किसी ने सतर्कता कम कर दी है। ऐसे में संक्रमण के मामले बढ़ेंगे। हालांकि राहत की बात यही है कि मरीज तीन से चार दिन में ठीक हो जा रहे हैं। मरीजों में बुखार, बदन दर्द और दस्त की शिकायत पाई जा रही है। अच्छी बात यह भी कि फेफड़ों तक संक्रमण नहीं पहुंच रहा है जिससे आक्सीजन की जरूरत भी नहीं पड़ रही है।