“सिद्धारमैया देशभक्त हैं या गद्दार…”, कर्नाटक CM के बयान पर निशिकांत दुबे का पलटवार

“सिद्धारमैया देशभक्त हैं या गद्दार…”, कर्नाटक CM के बयान पर निशिकांत दुबे का पलटवार

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया द्वारा दिए गए बयान पर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने पलटवार किया है। बीजेपी सांसद ने कहा कि सिद्धारमैया देशभक्त हैं या गद्दार, लोगों को पता चल जाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि मुझे राहुल गांधी से कुछ पूछने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि मुझे अपने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पर पूरा भरोसा है।

सिद्धरमैया के बयान पर विवाद

दरअसल, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि “युद्ध की कोई आवश्यकता नहीं है”, जिससे विवाद खड़ा हो गया। उनकी इस टिप्पणी को लेकर पाकिस्तानी मीडिया द्वारा तूल दिए जाने और बीजेपी द्वारा आलोचना किए जाने के बीच मुख्यमंत्री ने रविवार को मीडिया से कहा, “मैंने पाकिस्तान के साथ युद्ध के लिए मना नहीं किया। मैंने जो कहा, वह यह है कि युद्ध कोई समाधान नहीं है। कश्मीर में पर्यटकों की सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्र सरकार की थी और इसमें खुफिया एजेंसियां नाकाम रही हैं।”

युद्ध को लेकर दिया था बयान

सिद्धरमैया ने स्पष्ट किया कि उनका कहना था कि अगर युद्ध अपरिहार्य हो तो उसे स्वीकार करना चाहिए, लेकिन वर्तमान में युद्ध की कोई आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा, “युद्ध से कोई समाधान नहीं निकलता। मैंने युद्ध के लिए मना नहीं किया है, लेकिन फिलहाल युद्ध की आवश्यकता नहीं है।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि भारत सरकार ने कश्मीर में पर्यटकों की सुरक्षा के लिए उचित कदम नहीं उठाए, जिसके कारण आतंकवादी हमले हुए।

अपने बयान पर सिद्धरमैया की सफाई 

उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान के साथ युद्ध की कोई आवश्यकता नहीं है, बल्कि भारत को सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की जरूरत है। हम शांति चाहते हैं और युद्ध केवल तब होना चाहिए जब अन्य विकल्प समाप्त हो जाएं। सिद्धरमैया ने यह बयान दिया कि भारत एक शांतिप्रिय राष्ट्र है और हम किसी के साथ अनावश्यक युद्ध नहीं चाहते, लेकिन अगर हमें उकसाया जाता है, तो हम जवाब देने से पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा, “अगर कोई हमारी एकता और अखंडता को खतरे में डालेगा, तो हम उसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।”