शुभमन गिल के टैलेंट के कायल हुए दिग्गज स्पिनर, बताया क्यों स्पेशल हैं भारतीय टेस्ट कप्तान

भारतीय टीम इस समय इंग्लैंड दौरे पर है और 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-1 की बराबरी हासिल कर चुकी है। युवा कप्तान शुभमन गिल की कप्तानी में टीम इंडिया ने हार के साथ इंग्लैंड दौरे का आगाज किया लेकिन अगले ही मैच में शानदार वापसी करते हुए मेजबान इंग्लैंड को हरा दिया। अब सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच लॉर्ड्स में 10 जुलाई से खेला जाएगा, जिसमें शुभमन गिल की नजरें जीत की लय को बरकरार रखने पर होंगी। इस बीच दिग्गज स्पिनर आर अश्विन ने शुभमन गिल के खास स्किल और टैलेंट पर बड़ा बयान दिया है।
अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि शुभमन में एक नेचुरल टैलेंट है। वह उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस देख रहे थे, और उन्हें तुरंत पता चल गया कि वह दिखावा नहीं कर रहे हैं। वह वैसे ही बात कर रहे हैं जैसे वह हैं। वह अपने स्वाभाविक स्वभाव और स्किल के अनुसार टीम का नेतृत्व कर रहे हैं। अश्विन ने कहा कि विदेशी दौरों पर मीडिया अक्सर टीम का मनोबल गिराने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस में कप्तान को घेरने की कोशिश करता है। उन्होंने आगे कहा कि विदेशी दौरों पर मीडिया कप्तान को निशाना बनाने की कोशिश करता है क्योंकि अगर आप कप्तान को घेरते हैं, तो टीम को गिराना आसान हो जाता है। अगर आप कप्तान पर हमला करते हैं, तो आप टीम का मनोबल गिरा सकते हैं।
गिल के अंदर गजब का आत्मविश्वास
अनुभवी स्पिनर ने कहा कि खिलाड़ियों को आमतौर पर मीडिया से बातचीत को संभालने के तरीके सिखाए जाते हैं, लेकिन उनका मानना है कि यह गिल पर लागू नहीं होता, जो आत्मविश्वास के साथ बोलते हैं। उन्होंने कहा कि इसे दूसरे तरीके से न लें, लेकिन बहुत से खिलाड़ियों को सिखाया जाता है कि क्या कहना है और क्या करना है। शुभमन गिल के साथ ऐसा नहीं लगता। वह ऐसे व्यक्ति लगते हैं जो वही कर रहे हैं जिसमें उनका विश्वास है।
गिल के निशाने पर गावस्कर का रिकॉर्ड
शुभमन गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में अब तक बल्ले से कमाल का प्रदर्शन किया है। 2 मैचों की 4 पारियों में गिल 146.25 के शानदार औसत से 585 रन बना चुके हैं, जिसमें 2 शतक और 1 दोहरा शतक शामिल हैं। उनके पास एक टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा रनों का भारतीय रिकॉर्ड तोड़ने का शानदार मौका है। फिलहाल यह रिकॉर्ड सुनील गावस्कर के नाम पर है। गावस्कर ने 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में 774 रन बनाए थे।