पितृों को मोक्ष प्रदान करने का सर्वोत्तम साधन है श्रीमद् भागवत महापुराण: कालेंद्रानंद

- सहारनपुर में श्रीमद् भागवत महापुराणा कथा में प्रवचन करते स्वामी कालेंद्रानंद महाराज।
सहारनपुर। स्वामी कालेंद्रानंद महाराज ने कहा कि श्रीमद् भागवत महापुराण कथा जीवों के पापों को नष्ट करती है। स्वामी कालेंद्रानंद महाराज राधा विहार स्थित महाशक्ति पीठ वैष्णवी महाकाली मंदिर में चल रही श्रीमद् भागवत महापुराण कथा में प्रवचन कर रहे थे। आज की कथा में मुख्य अजमान संजय चैधरी ने परिवार सहित व्यासपीठ का पूजन किया और महाराष्ट्र का आशीर्वाद प्राप्त किया।
इस अवसर पर स्वामी कालेंद्रानंद जी महाराज ने कहा श्रीमद् भागवत महापुराण का आधार भक्ति है। भक्ति की शरणागति होने पर ही जीव को ज्ञान की प्राप्ति होती है। उसी के ज्ञान से वैराग्य और त्याग उत्पन्न होता है, वही जीव के लिए कल्याणकारी है। उन्होंने कहा हरि की भक्ति करने से ही जीव को पापों से मुक्ति मिलती है और उसे हरि के चरणों का अमृत रस प्राप्त होता है जिससे वह जीवन मरण के चक्कर से मुक्त हो जाता है। श्रीमद् भागवत महापुराण पितरों को मोक्ष प्रदान करने का सर्वोत्तम साधन है। इस अवसर पर रमेश सिंह शर्मा, ज्ञानचंद, दीवान, संजय राणा, सागर गुप्ता, अश्विनी काम्बोज, राजेंद्र धीमान, रीता, गीता, बबली, करुणा, रेखा, पूनम, सुमन आदि सहित भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
