शीशमहल और शराब घोटाला ही नहीं, CAG की रिपोर्ट में मोहल्ला क्लिनिक का भी जिक्र; दिल्ली में सियासी उबाल

लूट, घोटाले और भ्रष्टाचार होंगे उजागर-सिरसा
आज दिल्ली विधानसभा में पेश होने वाली CAG रिपोर्ट पर दिल्ली के मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि आज दिल्ली विधानसभा में अरविंद केजरीवाल सरकार के घोटालों को उजागर करने वाली CAG रिपोर्ट पेश की जाएगी। पिछले 3 साल से अरविंद केजरीवाल ने इसे छिपाकर रखा था। एक-एक करके ऐसी 14 रिपोर्ट सदन के पटल पर रखी जाएंगी। अरविंद केजरीवाल ने इस रिपोर्ट को इतने समय तक छिपाकर रखा क्योंकि उन्हें पता था कि उनकी लूट, घोटाले और भ्रष्टाचार उजागर हो जाएंगे।
CAG रिपोर्ट होगा सब कुछ उजागर-रविंदर इंद्राज
आप-दा पार्टी के घोर भ्रष्टाचार का होगा खुलासा-प्रदीप भंडारी
सीएजी रिपोर्ट पर बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा कि सीएजी रिपोर्ट अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप-दा पार्टी के घोर भ्रष्टाचार को उजागर करेगी। यह न्याय के हित में है कि दिल्ली के करदाताओं का पैसा जिसे अरविंद केजरीवाल ने अपने व्यक्तिगत भ्रष्टाचार के लिए लूटा है, उसे दिल्ली के लोगों को वापस किया जाना चाहिए। यह जानते हुए कि उनका भ्रष्टाचार दिल्ली की जनता के सामने उजागर हो जाएगा, अरविंद केजरीवाल की ‘आप-दा’ पार्टी बौखला गई है। जिन्होंने अपनी राजनीतिक शुरुआत की थी।” देश के कोने-कोने में सीएजी रिपोर्ट द्वारा कैरियर की पोल खोलने वाली आज उसी सीएजी रिपोर्ट से पर्दा उठेगा, जिसमें ‘आप-दा’ और अरविंद केजरीवाल के भ्रष्टाचार की कलई खुलती है।
द्वारका एक्सप्रेसवे की भी हो जांच- AAP प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़
कैग रिपोर्ट में शीशमहल को लेकर 139 प्रश्न-सचदेवा
जीर्णोद्धार के लिए वर्ष 2020 में 7.61 करोड़ रुपये मंजूर किए गए थे। अप्रैल 2022 तक यह 342 प्रतिशत बढ़कर 33.66 करोड़ रुपये हो गई। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा का दावा है कि कैग रिपोर्ट में शीशमहल को लेकर 139 प्रश्न खड़े किए गए हैं।दिल्ली शहरी कला आयोग और नगर निगम की अनुमति के बिना शीश महल बनाया गया है। कैग रिपोर्ट में वर्ष 2022 तक का खर्च 33.66 करोड़ बताया गया है। बाद के खर्च को शामिल करने पर यह 80 करोड़ तक पहुंच सकता है।
उनका कहना है कि कैग रिपोर्ट के अनुसार मुख्यमंत्री को हैसियत से बड़ा बंगला आवंटित किया गया। उसके बाद अतिरिक्त निर्माण का पहला प्रस्ताव 7.91 करोड़ रुपये बना। उसके बाद नियम का पालन किए बिना बढ़ाकर 33.71 करोड़ का कर दिया गया। काम को छोटे-छोटे भाग में विभाजित कर दिया गया जिससे कि उपराज्यपाल की अनुमति की जरूरत न पड़े।
भाजपा ने पिछले वर्ष नौ दिसंबर को एक वीडियो जारी कर दावा किया था कि शीश महल में 80 करोड़ के पर्दे, 64 लाख के 16 टीवी, 10 लाख का सोफा, नौ लाख का रेफ्रिजरेटर, 22.5 लाख का गीजर, 15 करोड़ के वाटर सप्लाई और सेनेटरी फिटिंग, सोने की परत वाली 12 लाख टायलेट सीट लगाए गए थे। इसमें से कई सामान गायब होने का भी आरोप लगाया गया है।
शीशमहल का मामला मई, 2023 में सामने आया था जब उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने सीबीआई को इसकी जांच सौंपी थी। सीबीआई ने सितंबर, 2023 ने मामला दर्ज किया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि कोरोना महामारी के समय मुख्यमंत्री आवास पर लगभग 45 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। इसके अलावा
- वायु प्रदूषण।
- शराब विनियमन।
- स्वास्थ्य।
- डीटीसी
- मोहल्ला क्लिनिक जैसे कई मुद्दे हैं जिसे भाजपा ने विपक्ष में रहते बार-बार उठाया था।