शौर्यचक्र विजेता बलविंदर सिंह हत्याकांड में गैंगस्टर सुख भिखारीवाल की गिरफ्तारी से खुलेंगे बड़े राज

तरनतारन । पंजाब में आतंकवाद के काल दौर के दौरान आतंकियों से लोहा लेकर उनको सबक सिखाने वाले शौर्य चक्र विजेता बलविंदर सिंह संधू की हत्या मामले में बड़ी कामयाबी मिली। पुलिस जांच बलविंदर सिंह संधू की हत्या में मास्टर माने जाने वाले ए कैटेगरी के गैंगस्टर सुखमीत पाल सिंह उर्फ सुख भिखारीवाल को गिरफ्तार कर लिया गया है। इससे मामले में बड़े राज के खुलासे की संभावना है। पंजाब पुलिस सुख भीखारीवाल को ट्रांजिट रिमांड पर यहां लाने की तैयारी कर रही है।
बता दें कि सुख भिखारीवाल को दिल्ली एयर पोर्ट से काबू किया गया है। बताया जाता हे कि उसको दुबई में 8 दिसंबर को हिरासत में लिया गया था। वह जाली दस्तावेज के आधार पर अपना पासपोर्ट बनाकर दुबई में रहता था और अपनी पहचान बदलकर उसने अब दाढ़ी बढ़ा रखी है और पगड़ी भी बांधता था। इसके बाद भारत भेजा गया और यहां पहुंचने पर दिल्ली पुलिस ने एयरपोर्ट पर गिरफ्तार कर लिया।
पहचान बदलने लिए पगड़ीधारी हो गया था सुख
मूल रूप से गुरदासपुर का निवासी सुख भिखारीवाल के खिलाफ पंजाब में हत्या और लूटपाट के 10 मुकदमे दर्ज है। वह लंबे समय से पाकिस्तान की कुख्यात खुफिया एजेंसी आइएसआइ के संपर्क में था। बताया जाता है कि सुख भिखारीवाल पाक के इशारे पर पंजाब का माहौल खराब करवाने लिए टारगेट किलिंग की वारदातों को फिरौती देकर अंजाम दिलवाता था।
पुलिस जांच में सामने आया के 16 अक्टूबर को भिखीविंड में शौर्य चक्र विजेता बलविंदर सिंह संधू की हत्या सुख भिखारीवाल ने ही करवाई थी। उसने यह हत्या तीन लाख की फिरौती देकर करवाई थी। 16 अक्टूबर को सुखदीप सिंह भूरा और गुरजीत सिंह भा ने बाइक पर आकर बलविंदर सिंह संधू की गोलियां मारकर हत्या की थी और बाद में लुधियाना के स्लेम ताबरी इलाके में रहने लगे थे।
तरनतारन पुलिस ने 6 नवंबर को इस हत्याकांड में 11 लोगों को काबू किया था। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल की गई बाइक के विभिन्न टुकड़े बरामद किए थे। इन गिरफ्तारियों के बाद पूछताछ में खुलासा हुआ कि गैंगस्टर सुख भिखारीवाल ने शौर्य चक्र विजेता बलविंदर सिंह संधू की हत्या करवाई।
पूरे मामले में बलविंदर सिंह संधू के परिवार के लोग पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं थे और उन्होंने इस पर सवाल उठाया। बलविंदर सिंह संधू के परिवार ने पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में याचिका दायर करके मामले की जांच सीबीआइ से करवाने की मांग की। दूसरी ओर, पंजाब सरकार की ओर से बनाई सीआइटी ने दावा किया था कि बलविंदर सिंह संधू की हत्या मामले में कोई आतंकी संगठन का हाथ सामने नहीं आ रहा।
बता दें कि 7 दिसंबर को नई दिल्ली की स्पेशल ब्रांच टीम ने हिजबुल मुजाहदीन से जुड़े तीन आतंकियों के साथ सुखदीप सिंह भूरा और गुरजीत सिंह भा को दबोचा था। गुरजीत सिंह भा और सुखदीप सिंह भूरा को ट्रांजिट रिमांड पर लेने लिए तरनतारन पुलिस ने दिल्ली की कोर्ट में अर्जी दायर की थी।
दिल्ली पुलिस नहीं सौंप रही आरोपितों को
” बलविंदर सिंह संधू की हत्या करने वाले सुखदीप सिंह भूरा और गुरजीत सिंह भा को पुलिस रिमांड पर तरन तारन लाने बाबत दिल्ली की अदालत में अर्जी दायर की गई थी। अदालत ने कोविड के मद्देनजर दोनों आरोपियों को पंजाब भेजने से मना करते कहा है कि अगर इनसे कोई पूछताछ करनी है तो वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से की जा सकती है। अब हमने दोबारा दिल्ली की अदालत में प्रोडक्शन वारंट की कॉपी भेजने की कारवाई शुरू कर दी है। सुख भिखारीवाल बाबत अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता।