शरद पवार ने मोदी सरकार पर बोला तीखा हमला, लगाए ये बड़े आरोप

New Delhi : देश के दो राज्यों हिमाचल प्रदेश और गुजरात में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज गया है. दिल्ली में भी एमसीडी चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया गया है. चुनावों को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. इसी क्रम में एनसीपी चीफ शरद पवार (Sharad Pawar) ने केंद्र सरकार (central government) पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि पहले केंद्र और राज्य के भीतर अलग-अलग सरकार रहती थी, लेकिन 2014 के बाद से जिन-जिन जगहों पर राज्य में बीजेपी की सत्ता नहीं है, वहां पर केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करके सत्ता हस्तांतरण की कोशिश हो रही है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने कहा कि कर्नाटक, गोवा, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की जनता ने भाजपा को दूर रखा, लेकिन केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल करके सत्ता हथियाया गया. उन्होंने कहा कि कुछ राज्य छोड़कर देश की जनता ने बीजेपी को नकार दिया. सामान्य जनता को ईडी, सीबीआई के बारे में बहुत कुछ पता नहीं था, लेकिन जिस तरीके से केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग शुरू है, लोगों में चर्चा शुरू हो गई है कि जिनपर देश चलाने की जिम्मेदारी है वो एजेंसियों का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि इनका मुख्य एजेंडा सत्ता हथियाना और दूसरों को सत्ता से बेदखल करना है. प्रधानमंत्री की शपथ के समय कहा जाता है कि वह राज्य की जनता के साथ दुर्व्यवहार नहीं करेंगे, पक्षपात नहीं करेंगे, सही और न्याय का साथ देंगे. प्रधानमंत्री से उम्मीद की जाती है कि सभी धर्मों, समुदायों और राज्यों को साथ लेकर चलेंगे, लेकिन दुर्भाग्य है कि प्रधानमंत्री ऐसा नहीं कर रहे हैं बल्कि एक राज्य के प्रकल्प को दूसरे राज्य में भेज रहे हैं. फॉक्सकॉन के बाद टाटा के एयरबस भी गुजरात चली गई.
पवार ने आगे कहा कि जिस तरीके से राज्य के बड़े व्यापार दूसरे राज्य में जा रहे हैं, ये महाराष्ट्र के लिए शर्म की बात है. जब मैं रक्षा मंत्री था तो कई बड़े प्रकल्प बेंगलुरु, नासिक और लखनऊ में लाए थे. उन्होंने कहा कि इस समय केंद्र या राज्य दोनों में ही संकुचित विचारधारा के लोग शासन और सत्ता में है, उनको किसानों और आम आदमियों की चिंता नहीं है.