फांसी की सजा पाई शबनम के वायरल फोटो का सच आया सामने, रामपुर जेल से बरेली जेल किया गया शिफ्ट
रामपुर । उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में बावनखेड़ी नरसंहार की दोषी शबनम फिर सुर्खियों में है। पिछले दिनों रामपुर जिला जेल से उसका एक फोटो वायरल हो गया था, जिसमें वह महिला बंदी रक्षक के साथ दिख रही थी। मामले की जांच बैठाई गई थी, जिसमें जेल के बंदी रक्षक पति-पत्नी दोषी पाए गए। उन दोनों को निलंबित कर दिया गया है। कार्रवाई फोटो जेल से बाहर जाने पर की गई है। इसके साथ ही शबनम को भी रामपुर जेल से बरेली शिफ्ट कर दिया गया है।
रामपुर जिला जेल में गणतंत्र दिवस के मौके पर बंदियों द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस दौरान महिला बंदी रक्षक ने शबनम और एक अन्य महिला कैदी आरती की फोटो अपने पति के मोबाइल से खींच ली थी। उसका पति भी जेल में बंदी रक्षक है। इसके बाद फोटो वायरल हो गई। जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने अपर जिलाधिकारी राम भरत तिवारी के निर्देशन में जेल अधीक्षक पीडी सलौनिया को जांच सौंपी। अफसरों ने जब गणतंत्र दिवस के दिन की सीसी कैमरे की रिकार्डिंग चेक की तो महिला बंदी रक्षक का पति मोबाइल लेकर महिला बैरक की ओर जाता दिखाई दिया।
वायरल फोटो की जांच में यही सच सामने आया, जिसकी रिपोर्ट जेल प्रशासन ने जिलाधिकारी समेत जेल के उच्चाधिकारियों को भेजी। इसके बाद वरिष्ठ अधीक्षक मंडल कारागार मुरादाबाद ने महिला बंदी रक्षक नाहिद बी और उसके पति बंदी रक्षक शुएब खां को निलंबित कर दिया। जेल अधीक्षक पीडी सलौनिया ने बताया कि जेल के सीसी कैमरे की रिकार्डिंग के अलावा फोटो में नजर आ रही दोनों महिला कैदियों से भी पूछताछ की गई थी। दोनों ने फोटो खींचने वाली महिला बंदी रक्षक का नाम लिया था।
फोटो में शबनम के साथ दूसरी महिला कैदी आरती है। आरती भी हत्या के मुकदमे में आजीवन कारावास की सजा काट रही है और शबनम के साथ ही मुरादाबाद जेल से यहां स्थानांतरण पर आई थी। अब दोनों को ही बरेली जिला कारागार भेज दिया है। जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने बताया कि बंदी रक्षक जेल में मोबाइल नहीं ले जा सकते हैं, जबकि सीसी कैमरे में बंदी रक्षक मोबाइल हाथ में लिए नजर आ रहा है।
यह भी पढे >> Covid 19 Vaccination Drive: भाजपा के सांसदों और मंत्रियों को अपने-अपने क्षेत्र (24city.news)