शोभित विश्वविद्यालय गंगोह में सात दिवसीय रिफ्रेशर कोर्स प्रारंभ

शोभित विश्वविद्यालय गंगोह में सात दिवसीय रिफ्रेशर कोर्स प्रारंभ

गंगोह [24CN] : शोभित विश्वविद्यालय गंगोह ने उच्च शिक्षा विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार की पहल पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के परिप्रेक्ष्य में विश्वविद्यालय स्तर पर सात दिवसीय रिफ्रेशर कोर्स का आयोजन दिनांक 15 मार्च 2021 से प्रारम्भ कर दिया है। यह आयोजन 22 मार्च 2021 तक चलेगा। कार्यक्रम का शुभारम्भ 15 मार्च को कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं कैराना लोकसभा क्षेत्र के माननीय सांसद श्री प्रदीप चैधरी जी, विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री कुॅवर शेखर विजेन्द्र जी, कुलपति प्रो0 (डाॅ0) रणजीत सिंह की गरिमामयी उपस्थिति में किया गया।

कार्यक्रम की शुरूआत डाॅ0 प्रशांत कुमार के स्वागत सम्बोधन के साथ हुई। डाॅ0 प्रशांत कुमार ने माननीय सांसद महोदय, कुलाधिपति महोदय एवं कुलपति महोदय एवं सभी श्रोताओं का कार्यक्रम में स्वागत किया और आशा व्यक्त की कि यह कार्यक्रम निश्चय राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के सन्दर्भ में हम सभी का ज्ञानवर्धन करेगा।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 (डाॅ0) रणजीत सिंह ने अपने वक्तव्य में कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा प्रणाली में बदलाव लाने के लिए 34 वर्षो के अंतराल के पश्चात् जुलाई 2020 में हमारी केन्द्र सरकार द्वारा एक नई शिक्षा नीति को मंजूरी दी गयी। नई शिक्षा नीति का उद्देश्य छात्रों की सोच और रचनात्मक क्षमता को बढाकर सीखने की प्रक्रिया को और अधिक कुशल बनाना है। नई शिक्षा नीति मंे स्कूल स्तर के साथ-साथ उच्च शिक्षा में कई बदलाव शामिल है।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय सांसद महोदय प्रदीप चैधरी जी ने सम्बोधित करते हुए सर्वप्रथ शोभित विश्वविद्यालय एवं कुलाधिपति महोदय श्री कुॅवर शेखर विजेन्द्र जीे को राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 पर इतने व्यापक स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करने पर अपनी एवं सरकार की ओर से बधाई एवं शुभकामनाए दी।

सांसद महोदय ने बताया कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति मौजूदा राष्ट्रीय शिक्षा नीति के स्थान पर 29 जौलाई 2020 को अस्तित्व में आई। शिक्षा नीति में यह बदलाव जैस कि कुलपति महोदय ने बताया कि 34 वर्षो के अंतराल के बाद किया गया। लेकिन बदलाव आवश्यक था और यह परिवर्तन समय की जरूरत के अनुसार पहले ही हो जाना चाहिए था। उन्होनें आगे बताया कि वर्तमान शिक्षा प्रणाली वर्ष 1986 की मौजूदा शिक्षा नीति में किये गये परिवर्तनों का परिणाम है। इसे शिक्षार्थी और देश के विकास को बढावा देने के उद्देश्य से लागू किय गसा है। नई शिक्षा नीति बच्चों के समग्र विकास पर केन्द्रित है।

शोभित विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री कुॅवर शेखर विजेन्द्र ने अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में सर्वप्रथम शोभित विश्वविद्यालय को यह कार्यक्रम आयोजित करने के लिए बधाई दी एवं अभिनन्दन किया। तत्पश्चात् उन्होने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 पर अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि उचित बुनियादी शिक्षा प्राप्त करना भारतीय संविधान के अनुसार प्रत्येक व्यक्ति का जन्मसिद्ध अधिकार है। उन्होने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 पूर्व की शिक्षा नीति का पुनर्मूल्याकंन है। कुलाधिपति महोदय ने बताया कि पूर्व की शिक्षा प्रणाली मूलरूप से सीखने एवं परिणाम देने पर केन्द्रित थी। विद्यार्थियों का आंकलन प्राप्त अंको के आधार पर किया जाता था। नई शिक्षा नीति एक नये पाठ्यक्रम और शिक्षा की संरचना के गठन की कल्पना करती है, जो छात्रों के सीखने के विभिन्न चरणों में मदद करेगी। नई शिक्षा नीति का मुख्य उद्देश्य एक बच्चे को कुशल बनाने के साथ-साथ, जिस क्षेत्र में भी वह रूचि रखता है उसी क्षेत्र में उसे प्रशिक्षित करना है।

शोभित विश्वविद्यालय द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 पर आयोजित यह कार्यक्रम सात दिन तक चलेगा। कार्यक्रम के आरम्भ से लेकर समापन तक शिक्षा एवं शिक्षा से सम्बन्धित नियामक संस्थाओं के आफिशियल्स अथवा प्रतिनिधि अपनी विशेषज्ञता एवं विचार प्रकट करेगें।

इसी कडी में क्रमशः श्री प्रमोद शर्मा, एजुकेशन कन्सलटैण्ट, फाउण्डर प्रिंसीपल जेनिसिस ग्लोबल स्कूल; डाॅ0 बिश्वजीत साहा, डायरेक्टर सीबीएसई नई दिल्ली, प्रो0 (डाॅ0) पंकज गुप्ता, डीन करियर सर्विसेज; जेजीयू; डाॅ0 रमेश उन्नीकृष्णन, पूर्व निदेशक, एआईसीटीई, प्रो0 (डाॅ0) ए0पी0 गर्ग, कुलपति शोभित विश्वविद्यालय मेरठ, आदि विशेषज्ञ राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 पर आयोजित सात दिवसीय वेबिनार में अपने विचार प्रकट करेगें। कार्यक्रम का समापन समारोह मुख्य अतिथि डाॅ0 एम0पी0 पुनिया जी, वाइस चैयरमैन, आॅल इण्डिया कौंसिल फाॅर टेक्नीकल एजुकेशन, कुलाधिपति श्री कुॅवर शेखर विजेन्द्र जी एवं कुलपति प्रो0 (डाॅ0) रणजीत सिंह की गरिमामयी उपस्थिति में 22 मार्च 2021 को सम्पन्न होगा।