भाजपा के वरिष्ठ नेता मदन दिलावर बढ़ाएंगे Gehlot sarkar की मुश्किलें, जानिए कौन सा ये वार

- राजस्थान में लगातार तेज हो रहा है सियासी घटनाक्रम
- अब भाजपा के वरिष्ठ नेता मदन दिलावर ने दिया बड़ा बयान
- रामगंजमंडी विधानसभा से भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री मदन दिलावर कर रहे हैं सीएम गहलोत की मुश्किलें बढ़ाने की तैयारी
- बहुजन समाज पार्टी के 6 विधायकों के विलय के विरुद्ध विधानसभा अध्यक्ष से की अपील
कोटा।
सूबे की सियासत का ऊंट किस करवट बैठेगा , यह तय कर पाना फिलहाल तो मुशिकल है, लेकिन अब जब cm अशोक गहलोत जल्द से जल्द सरकार का बहुमत साबित करने में लग गए हैं। वहीं इसी बीच वहीं कोटा की रामगंजमंडी के भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री मदन दिलावर ने सीएम गहलोत की मुश्किलें बढ़ाने की तैयारी शुरू कर दी है। दरअसल दिलावर ने कांग्रेस में शामिल हुए बहुजन समाज पार्टी के 6 विधायकों के विलय के विरुद्ध विधानसभा अध्यक्ष से अपील की है।
विधानसभा अध्यक्ष को लिखा पत्र
मदन दिलावर ने बताया कि उन्होंने 13 मार्च 2020 को विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा था, जिसमें 18 सितम्बर 2019 को बहुजन समाज पार्टी के 6 विधायकों का कांग्रेस में हुए विलय के विरूद्ध अपील की थी। लेकिन अपील पर अब तक कोई भी निर्णय नहीं हो सका, जिसके सम्बंध मे दिलावर ने स्पीकर को दोबारा अवगत करवाते हुए इसी सप्ताह उनके द्वारा की गई अपील का निस्तारण कर निर्णय सुनाऐ जाने हेतु पत्र लिखा है।
हाइकोर्ट में भी जा सकता है मामला
मदन दिलावर का कहना है कि अगर उनकी अपील का निस्तारण विधानसभा अध्यक्ष ने न्याय संगत नहीं किया, तो वह अपनी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष से रायशुमारी करके हाईकोर्ट की शरण लेंगे। ऐसे में स्पष्ट है कि कांग्रेस सरकार के समर्थन में बसपा के विधायकों को लेकर भाजपा गहलोत सरकार को अल्पमत में इस वक्त लाने की पूरी तैयारी कर रही है। ऐसे में कहा जा सकता है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार पर एक के बाद एक संकट बढ़ते जा रहे हैं। वहीं सचिन पायलट खेमा पहले ही विधानसभा स्पीकर की ओर से भेजे गए नोटिस और सरकार के खिलाफ कोर्ट की शरण ले चुका है।