‘प्रतिनिधिमंडल को भेजना मूर्खता है’, ऑपरेशन सिंदूर के बाद विदेश गए डेलिगेशन पर कांग्रेस ने उठाए सवाल

‘प्रतिनिधिमंडल को भेजना मूर्खता है’, ऑपरेशन सिंदूर के बाद विदेश गए डेलिगेशन पर कांग्रेस ने उठाए सवाल
जम्मू। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान तारिक हामिद कर्रा ने कहा कि सिर्फ राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ही राजनीतिक, आर्थिक और संवैधानिक समस्याओं का समाधान कर सकती है और आगे का रास्ता दिखा सकती है। श्रीनगर पार्टी मुख्यालय में कर्रा ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि भाजपा सरकार द्वारा प्रतिनिधिमंडल का विदेश भेजना मूर्खता हैं, जिनका उद्देश्य भारत में पूछे जा रहे कठिन सवालों से ध्यान भटकाना है।उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी के नेतृत्व में आगे का रास्ता दिखा सकती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की जम्मू-कश्मीर यात्रा केवल रिबन-कटिंग समारोह है, जिसका उद्देश्य श्रेय लेना है, लेकिन वे सभी विकास परियोजनाएं जो अब उद्घाटन कर रहे हैं, वास्तव में कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के दौरान शुरू की गई थीं।

उन्होंने कहा कि वह अब केवल रिबन काट रहे हैं। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि कैसे आतंकवादी उच्च सुरक्षा के बावजूद पहलगाम की बैसरन घाटी तक पहुंचने में कामयाब रहे। उन्होंने चिंता व्यक्त की कि कैसे इतनी बड़ी सुरक्षा में चूक हो सकती है।

उन्होंने मांग की कि सरकार ने हमले से कुछ दिन पहले खुफिया जानकारी के साथ क्या किया था, इस पर जवाब दे। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक ट्वीट के बाद पाकिस्तान के साथ युद्धविराम की घोषणा के बाद सरकार की विदेश नीति पर भी सवाल उठाया।उन्होंने कहा कि क्या भारत ने अपनी कोई तीसरे पक्ष की हस्तक्षेप नहीं की नीति का आत्मसमर्पण कर दिया है। उन्होंने शिमला समझौते का हवाला देते हुए यह सवाल पूछा। विदेश मंत्री एस. जयशंकर के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कि उन्होंने कहा कि क्या भारत ने पाकिस्तान को अग्रिम रूप से बताया था कि हमले कहां होंगे। कर्रा ने पूछा, क्या यह राष्ट्रद्रोह नहीं है। उन्होंने अभी तक इस्तीफा क्यों नहीं दिया है।