जनपद में 29 मार्च, 2022 तक धारा 144 लागू

सहारनपुर [24CN]। जिला मजिस्ट्रेट श्री अखिलेश सिंह ने जनपद में आगामी विधानसभा निर्वाचन 2022 के दृष्टिगत आदर्श आचार संहिता तथा 10 मार्च 2022 को विधानसभा निर्वाचन 2022 की मतगणना एवं बसंत पंचमी, मौ0 हजरत अली जन्म दिवस, महाशिवरात्रि, होली, रामनवमी, संत रविदास जयन्ती, शबे बरात, चेटीचन्द आदि त्यौहारों को मनाये जाने के अतिरिक्त अन्य विभिन्न विभागों द्वारा आयोजित की जाने वाली चयन व प्रवेश परीक्षाओं के समय, औद्योगिक संस्थानों, सार्वजनिक उपक्रमों व शिक्षण संस्थानों ओर रेलवे स्टेशन आदि पर कुछ असमाजिक तत्वों द्वारा अप्रिय घटनाएं घटित की जाने की साजिश की जा सकती है जिससे लोक परिशांति भंग होने की सम्भावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। इन सबको दृष्टिगत रखते हुए सी0आर0पी0सी0 की धारा-144 के अन्तर्गत प्रदत्त अधिकारों का प्रयोग करते हुए जनपद में निषेधात्मक आज्ञा लागू की है।
श्री अखिलेश सिंह, ने आज इस आश्य के आदेश जारी करते हुए कहा है कि किसी भी व्यक्ति, अभ्यर्थी, राजनैतिक दल द्वारा वर्तमान में लागू चुनाव आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन नहीं किया जाएगा। किसी भी व्यक्ति, अभ्यर्थी, राजनैतिक दल द्वारा कोई ऐसा कार्य नहीं किया जाएगा जो विभिन्न जातियों और धार्मिक या भाषायी समुदायांे के मध्य विद्यमान मतभेदों को बढाये या घृणा की भावना उत्पन्न करें। किसी भी व्यक्ति, अभ्यर्थी, राजनैतिक दल द्वारा चुनाव प्रचार के दौरान किसी भी दूसरे राजनैतिक दल के प्रतिनिधि अथवा प्रत्याशी के विषय में ऐसी बात या भाषण नहीं दिया जायेगा जिससे किसी धर्म, मजहब, सम्प्रदाय, जाति या सामाजिक वर्ग एवं राजनैतिक दल, अभ्यर्थी, राजनैतिक कार्यकर्ताओं की भावनायें आहत हो या उससे विभिन्न वर्गों, दलों व्यक्तियों के बीच तनाव की स्थिति उत्पन्न हों। किसी भी व्यक्ति, अभ्यर्थी, राजनैतिक दल द्वारा किसी अन्य अभ्यर्थी के व्यक्तिगत जीवन की आलोचना नहीं की जायेगी।
किसी भी व्यक्ति, अभ्यर्थी, राजनैतिक दल द्वारा मत प्राप्त करने के लिए जातीय या साम्प्रदायिक भावनाओं की दुहाई नहीं दी जायेगी तथा मन्दिर, मस्जिद, गिरजाघर व गुरूद्वारा या पूजा के अन्य स्थानों का निर्वाचन प्रचार के लिये मंच के रूप में उपयोग नहीं किया जायेगा। किसी भी व्यक्ति, अभ्यर्थी, राजनैतिक दल द्वारा कोेई ऐसे कार्य नहीं किया जाएगा जो निर्वाचन विधि के अधीन भ्रष्ट आचरण और अपराध है जैसे-मतदाताओं को रिश्वत देना, मतदाताओं को अभिग्रस्त करना, मतदाताओं का प्रतिरूपण, मतदान केन्द्र के 100 मीटर के भीतर मत संयाचना करना, मतदान की समाप्ति के लिये नियत समय को खत्म होने वाली 48 घन्टों की अवधि के दौरान सार्वजनिक सभायें करना और मतदाताओं को सवारी से मतदान केन्द्रों तक ले जाना और वहां से वापस लाने जैसा कार्य आदि।
किसी भी व्यक्ति, अभ्यर्थी, राजनैतिक दल द्वारा किसी व्यक्ति के घर के सामने विचारों का विरोध करने के लिये उनके घरों के सामने प्रदर्शन नहीं किया जायेगा। किसी भी व्यक्ति, अभ्यर्थी, राजनैतिक दल द्वारा भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्गत सम्पत्ति विरूपण रोकथाम नियमों का उल्लंघन नहीं किया जायेगा तथा किसी भी दशा में सार्वजनिक सम्पत्ति पर स्थाई या अर्द्धस्थाई प्रचार सामग्री यथा वाल पेंटिंग, पोस्टर आदि का प्रयोग नहीं किया जायेगा। किसी भी व्यक्ति, अभ्यर्थी, राजनैतिक दल द्वारा किसी भी निजी भवन, सम्पत्ति पर स्थाई या अर्द्धस्थाई प्रचार सामग्री यथा वाल पेंटिंग, पोस्टर आदि भवन, सम्पत्ति के स्वामी की लिखित पूर्वानुमति के बिना प्रयोग नहीं किया जायेगा।
जारी आदेश में कहा गया कि किसी भी व्यक्ति, अभ्यर्थी, राजनैतिक दल द्वारा अन्य अभ्यर्थी, दलों द्वारा आयोजित सभाओं, जुलूसों आदि में बाधा उत्पन्न नहीं की जायेगी तथा अपने द्वारा आयोजित जुलूस को उन स्थानों से लेकर नहीं जायेंगे जिन स्थानों पर दूसरें दल द्वारा सभायें की जा रही है। किसी भी व्यक्ति, अभ्यर्थी, राजनैतिक दल द्वारा सभा आयोजित किये जाने के लिए सक्षम प्राधिकारी से पूर्व अनुमति प्राप्त की जायेगी। किसी भी व्यक्ति, अभ्यर्थी, राजनैतिक दल द्वारा चुनाव प्रचार हेतु किसी भी प्रकार के ध्वनि विस्तारण यंत्र का प्रयोग किये जाने से पूर्व सक्षम प्राधिकारी से पूर्व अनुमति प्राप्त की जायेगी तथा निर्धारित समयावधि एवं ध्वनि प्रदूषण मानक का कडाई से अनुपालन किया जायेगा।
किसी भी व्यक्ति, अभ्यर्थी, राजनैतिक दल द्वारा मतदान केन्द्रों के निकट झण्डे, पोस्टर, बैनर, प्रतीक या अन्य प्रचार सामग्री प्रदर्शित नहीं की जायेगी। मतदाताओं के अतिरिक्त कोई भी व्यक्ति निर्वाचन आयोग द्वारा विधिमान्य अनुमति के बिना मतदान केन्द्र के भीतर प्रवेश नहीं करेगा। मतगणना केन्द्र की 200 मीटर की परिधि में सरकारी वाहनों के अलावा कोई भी अन्य वाहन प्रवेश नहीं करेगा। मतगणना केन्द्र पर सक्षम अधिकारी द्वारा निर्गत किये गये पासधारक के अतिरिक्त अन्य कोई भी व्यक्ति प्रवेश नहीं करेगा। मतगणना केन्द्र पर किसी अनाधिकृत संदिग्ध व्यक्ति को प्रवेश वर्जित होगा।
इसके अतिरिक्त मतगणना केन्द्र पर सुरक्षा एजेन्सियों के अतिरिक्त किसी भी व्यक्ति के ज्वलनशील पदार्थ, शस्त्र, धारदार हथियार, लाठी, डन्डा आदि ले जाने पर पूर्णतः प्रतिबन्ध रहेगा। किसी भी प्रत्याशी अथवा एजेन्ट को जिसे भी सरकारी सुरक्षा मिली है वह भी सुरक्षा गार्ड मतगणना केन्द्र के 200 मीटर की परिधि के अन्दर नहीं ले जा सकते। मतगणना के परिणाम के उपरान्त विजयी उम्मीदवार बिना जिला प्रशासन की अनुमति के बिना विजयी जुलूस नहीं निकालेगा। किसी भी सार्वजनिक स्थल पर 04 या 04 से अधिक व्यक्ति बिना सक्षम अधिकारी के आदेश के धरना जुलूस प्रदर्शन आदि के लिए एकत्रित नही होंगे और न ही ऐसा करने के लिए किसी को प्रेरित करेंगे। जाति विशेष का व्यक्ति/व्यक्तियों का समूह अपने नगर/गांव/मौहल्ले व अन्य स्थानों पर जाकर कोई भी ऐसा कार्य नही करेगा जिससे जातिय हिंसा व अन्य विवाद उत्पन्न होने की सम्भावना हो। जनपद में किसी भी गांव अथवा मौहल्ले मे ऐसे व्यक्ति को प्रवेश नही दिया जायेगा, जिसके जाने से उस क्षेत्र में तनाव की स्थिति उत्पन्न होने की सम्भावना हो।
कोई भी व्यक्ति सक्षम प्राधिकारी/संबंधित उप जिला मजिस्ट्रेट/नगर मजिस्ट्रेट, अपर जिला मजिस्ट्रेट, जिला मजिस्ट्रेट की अनुमति के बिना जुलूस/सभा/सम्मेलन, धरना प्रदर्शन तथा रैली आदि आयोजित नही करेगा। विवाह एवं शवयात्रा पर यह प्रतिबन्ध लागू नहीं होगा परन्तु वर्तमान में लागू कोविड-19 गाईडलाइन का अनुपालन सुनिश्चित किया जायेगा।
जारी आदेश में कहा गया है कि कोई भी व्यक्ति/व्यक्तियों का समूह कोई भी व्यक्ति/व्यक्तियों का समूह जनपद में शांति व्यवस्था भंग करने संबंधी कोई कार्य नहीं करेगा तथा न किसी ऐसे व्यक्ति/व्यक्तियों का सहयोग करेगा जो शांति व्यवस्था कुप्रभावित करने का कृत्य कर रहे है अथवा ऐसे कार्य करने में संलिप्त है। ऐसे तत्वों जिनके भ्रमण आदि कार्यक्रमों से साम्प्रदायिक सदभाव एवं समरसता पर कुप्रभाव पडता हो, को प्रतिबंधित किया जाता है। कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रकार का अस्त्र, शस्त्र, विस्फोटक पदार्थ या ऐसी वस्तु जिनका प्रयोग आक्रमण किये जाने में किया जा सकता है यथा चाकू, भाला, बरछी, तलवार, छूरा आदि लेकर नहीं चलेगा और न ही इनको किसी स्थान पर एकत्रित करेगा और न ही इनका सार्वजनिक प्रदर्शन करेगा।
इस प्रतिबन्ध से पुलिस कर्मी एवं अपने दायित्वों के निवर्हन की प्रक्रिया मंे शस्त्र धारण करने वाले अधिकृत अधिकारी/कर्मचारी मुक्त होंगे। इसके अतिरिक्त लाठी, डण्डा लेकर भ्रमण करने वाले वृद्ध एवं विकलांग व्यक्ति भी मुक्त होंगे। यह धार्मिक रिति रिवाजों को भी प्रभावित नही करेगा। कोई व्यक्ति अथवा व्यक्तियों का समूह किसी भी सार्वजनिक स्थल व अपने घर की छत पर किसी प्रकार की ईंटें, पत्थर, किसी भी प्रकार की मिट्टी, कांच की बोतलें, सोडा वाटर की बोतलें एवं कोई भी ऐसा ज्वलनशील पदार्थ एकत्रित नही करेगा, जिससे मानव जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड सकता हो और न ही ऐसा करने के लिए किसी को प्रेरित करेगा।
जिला मजिस्ट्रेट ने अपने आदेश में कहा है कि कोई भी पैट्रोल पम्प मालिक या खुदरा विक्रेता पैट्रोल व डीजल की बिक्री वाहन के अतिरिक्त बोतल अथवा किसी कन्टेनर में नही करेंगे क्योंकि यह सम्भावना है कि अराजक तत्व इस प्रकार खरीदे गये पैट्रोल डीजल का प्रयोग हिंसात्मक कार्यों के लिये कर सकते है। अतः इस प्रकार वाहन के अतिरिक्त डीजल अथवा पैट्रोल का क्रय एवं विक्रय प्रतिबंधित किया जाता है। कोई भी होटल/धर्मशाला आदि का प्रबन्धक/मालिक किसी भी व्यक्ति को बिना उसकी पहचान स्थापित कराये कमरा आवंटित नही करेगा। कोई भी व्यक्ति सोशल मीडिया या प्रिन्ट मीडिया के माध्यम से ऐसी बात नही कहेगा और न ही प्रकाशन के माध्यम से प्रचारित/प्रसारित करेगा, जिससे सामाजिक भावनाओं को ठेस पंहुचे।
किसी भी व्यक्ति, अभ्यर्थी, राजनैतिक दल द्वारा किसी भी प्रकार की चुनाव प्रचार सामग्री विज्ञापन यथा प्रिण्टेड पम्पलेट्स, इलेक्ट्रानिक माध्यम इत्यादि का प्रयोग विहित रूप से सक्षम प्राधिकारी की पूर्वानुमति के बिना प्रयोग नही किया जायेगा। कोई भी व्यक्ति सार्वजनिक रूप से मदिरा एवं नशीले पदार्थों का प्रयोग नही करेगा, जिससे कानून व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न होने की सम्भावना हो और न ही ऐसा करने के लिए किसी को प्रेरित करेगा। परीक्षार्थियों/अभ्यर्थियों एवं परीक्षा कार्य में लगे अधिकारियों/कर्मचारियों के अलावा परीक्षा केन्द्र के 200 गज की परिधि में चार से अधिक व्यक्ति किसी भी स्थान पर न तो एकत्रित होंगे और न ही समूह में विचरण करेंगे।
कोई भी व्यक्ति जनपदीय सीमा के अन्तर्गत अनुचित मुद्रण, फोटो स्टेट तथा अवैध प्रकाशन कर परीक्षार्थियों/अभ्यर्थियों एवं अन्य किन्ही भी व्यक्तियों को गुमराह नही करेगा। परीक्षा केन्द्रों, छात्रावासों, एवं चिकित्सालय के आस-पास ध्वनि विस्तारक यंत्रांे का प्रयोग प्रतिबन्धित रहेगा तथा अन्य स्थानों पर ध्वनि विस्तारक यन्त्रों अनुमन्य ध्वनि निर्धारित समय के अन्तर्गत सक्षम प्राधिकारी से अनुमति लेने के पश्चात ही प्रयोग किया जा सकेगा।
परीक्षार्थियों को किसी भी प्रकार के शस्त्रादि लेकर परीक्षा स्थल की परिधि में जाना प्रतिबन्धित रहेगा। परीक्षार्थियों द्वारा परीक्षा केन्द्र परिसर के अन्दर सेलुलर फोन, पेजर या अन्य कोई इलेक्ट्रोनिक वस्तु लाने-ले-जाने को प्रतिबन्धित किया जाता है जब तक कि इस प्रकार की कोई सामग्री परीक्षा केन्द्र के अन्दर लाने की अनुमन्यता न हो। उपरोक्त वर्णित आदेश में शर्ताें का उल्लंघन भारतीय दण्ड संहिता 1860 की धारा 188 के अन्तर्गत दण्डनीय होगा। सी.आर.पी.सी. की धारा 144 का यह आदेश जनपद में 29 मार्च, 2022 तक प्रभावी रहेंगा।