एसबीडी जिला चिकित्सालय सहारनपुर की बदहाल व्यवस्था पर उठे सवाल, शीघ्र सुधार की मांग

- सहारनपुर में सीएमओ को ज्ञापन देने जाती महिलाएं।
सहारनपुर। एसबीडी जिला चिकित्सालय सहारनपुर की जर्जर और उपेक्षित अवस्थाओं को लेकर एक बार फिर से सवाल उठ खड़े हुए हैं। अस्पताल की विभिन्न बाह्य रोगी विभागों (ईएनटी, हड्डी, मलेरिया, बर्न आदि) में शौचालयों के दरवाजे टूटे हुए हैं और मरम्मत न होने के कारण रोगियों एवं तीमारदारों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
आज समाजसेवी का श्रीमती सुमित्रा नौटियाल के नेतृत्व में महिलाएं सीएमओ कार्यालय पहुंची और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रवीण कुमार को सौंपे ज्ञापन में बताया कि चिकित्सालय परिसर में बने रैम्पों का कार्य अधूरा पड़ा है, जिससे दिव्यांग एवं वृद्ध मरीजों की आवाजाही में कठिनाई हो रही है। वहीं, कई वार्डों में खिड़कियों के जंगले और जालियां टूटी हुई हैं, जिन्हें मरम्मत कराने के बजाय पीवीसी बोर्ड लगाकर बंद कर दिया गया है। इसके कारण गर्मी के मौसम में वार्डों में हवा का प्रवाह रुक गया है और मरीज दमघोंटू माहौल में इलाज करवाने को विवश हैं। शौचालयों की हालत अत्यंत दयनीय बताई गई है।
कुछ शौचालयों को प्लाई बोर्ड लगाकर स्थायी रूप से बंद कर दिया गया है, जिससे गंदगी और दुर्गंध का माहौल बना हुआ है। विद्युत व्यवस्था भी चरमराई हुई है दृ इंटरलॉक फिटिंग जर्जर है और कटे हुए तारों के कारण पंखे और लाइटें काम नहीं कर रहीं, जिससे रात के समय गंभीर असुविधा उत्पन्न हो रही है। इन समस्याओं को लेकर स्थानीय नागरिकों और तीमारदारों ने मुख्य चिकित्साधिकारी को ज्ञापन सौंपकर एक सप्ताह के भीतर सुधारात्मक कार्रवाई की मांग की है।
चेतावनी दी गई है कि यदि समयबद्ध समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन किया जाएगा, जिसकी समस्त जिम्मेदारी अस्पताल प्रशासन की होगी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर प्रवीण कुमार ने आश्वासन देते हुए कहा कि जो मामला में संज्ञान में लाया गया है उस पर शीघ्र ही कार्रवाई करायेगें। ज्ञापन देने वालों में श्रीमती रीना श्रीमती उषा ममता रानी नीलम श्रीमती प्रेम रानी श्रीमती उर्मिला श्रीमती सीमा श्रीमती उषा श्रीमती गीता आदि महिला प्रमुख रूप से मौजूद रही।