लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मंगलवार के रथा यात्राओं की भी दौर शुरू हो रहा है। उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर किसी प्रकार के गठबंधन पर बात न बनने पर समाजवादी पार्टी तथा प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के रास्ते अब अलग हो गए हैं। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव मंगलवार को कानपुर से समाजवादी पार्टी के रथ पर सवार होकर यात्रा पर निकलेंगे तो प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के मुखिया शिवपाल सिंह यादव मथुरा के वृंदावन से सामाजिक परिवर्तन यात्रा के लिए रथ पर सवार होंगे।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव मंगलवार को दिन में 11 बजे कानपुर से समाजवादी पार्टी के विजय रथ पर सवार होकर लोगों से रूबरू होंगे। उनकी रथ यात्रा शहरी के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी जाएगी। लखनऊ से रवाना होकर अखिलेश यादव कानपुर में समाजवादी पार्टी के विजय रथ यात्रा में शामिल होंगे। आज विजय रथ यात्रा के पहले चरण में वह कानपुर के साथ हमीरपुर तक लोगों का हालचाल लेंगे।

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थली वृंदावन से सामाजिक परिवर्तन यात्रा के रथ पर सवार होंगे। माना जा रहा है कि प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव ने समाजवादी सोच के नेताओं को एक मंच पर लाने का भरसक प्रयास किया लेकिन, उनकी अनदेखी की गई। अब पार्टी पूरी ताकत के साथ मैदान में उतरने को तैयार है। वह तो सभी सीटों पर प्रत्याशी उतार सकते हैं। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया सामाजिक परिवर्तन रथ यात्रा के सहारे यूपी में सत्ता परिवर्तन की मुहिम शुरू करने जा रही है। यात्रा का शंखनाद भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थली वृंदावन (मथुरा) से होगा। अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव और महासचिव आदित्य यादव 12 अक्टूबर को सामाजिक परिवर्तन रथ यात्रा शुरू करेंगे। इनकी यात्रा मंगलवार से शुरू होकर सात चरणों में 27 नवंबर तक चलेगी।

समाजवादी पार्टी की विजय रथ यात्रा

उत्तर प्रदेश में पांच साल बाद फिर सत्ता में आने को संघर्ष कर रही समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार से समाजवादी विजय यात्रा में रथ पर सवार होंगे। पहले चरण में यह यात्रा कानपुर से हमीरपुर जाएगी। इस यात्रा के जरिए दो दिन में अखिलेश यादव कानपुर नगर, कानपुर देहात, जालौन व हमीरपुर जिले में जाएंगे। समाजवादी विजय यात्रा दिन में 11 बजे कानपुर के गंगा पुल से शुरू होगी। 11:30 बजे नौबस्ता में अखिलेश यादव का स्वागत होगा। दोपहर दो बजे घाटमपुर के नवेली निगनाहट बिजली घर में स्वागत कार्यक्रम होगा। रथ यात्रा शाम पांच बजे हमीरपुर पहुंचेगी। अखिलेश रात्रि विश्राम हमीरपुर में करेंगे। इसके बाद अन्य जिलों के लिए प्रस्थान करेंगे। 13 अक्टूबर को रथ यात्रा सुबह 10 बजे हमीरपुर से प्रस्थान करेगी। दिन में 11 बजे हमीरपुर के कुरारा में स्वागत होगा। दोपहर दो बजे कालपी जालौन व शाम चार बजे कानपुर देहात के माती में अखिलेश यादव का स्वागत होगा। शाम पांच बजे माती से चलकर अखिलेश यादव शाम को लखनऊ वापस आ जाएंगे।

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समाजवादी पार्टी का दावा है कि अखिलेश यादव की यह विजय रथ यात्रा भाजपा सरकार की दमनकारी, स्वेच्छाचारी और भ्रष्ट नीतियों के खिलाफ जनजागरण और सत्ता परिवर्तन की अलख जगाने के लिए यह यात्रा समाज को बांटने और नफरत फैलाने वालों को चुनौती देगी। इससे पहले भी जब-जब अखिलेश यादव क्रांति यात्राओं पर निकले हैं, प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार बनी है। उन्होंने 31 जुलाई 2001 को पहली क्रांति रथ यात्रा निकाली थी। इसके बाद दूसरी यात्रा 12 सितंबर 2011 को निकाली गई थी। इन दोनों यात्राओं के बाद प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार बनी थी।

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी की सामाजिक परिवर्तन यात्रा

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव भी आज मथुरा के वृंदावन में बांके बिहारी के दर्शन कर सामाजिक परिवर्तन यात्रा निकालेंगे। उन्होंने अपने भतीजे व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को गठबंधन के लिए 11 अक्टूबर तक का समय दिया था, किंतु समाजवादी पार्टी की ओर से कोई जवाब न मिलने पर अब अकेले ही मैदान फतेह करने की ठानी है। सात चरणों में शिवपाल सिंह यादव की सामाजिक परिवर्तन रथ यात्रा मथुरा, आगरा, इटावा, औरैया, कानपुर देहात, झांसी, महोबा, फतेहपुर होते हुए प्रयागराज जाएगी। इस यात्रा का अंतिम चरण 27 नवंबर को खत्म होगा।

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प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया की यात्रा का उद्देश्य हर जिले तक पार्टी का संदेश पहुंचाना है। रथ यात्रा में अन्नदाता की समस्याएं प्रमुखता से उठाई जाएंगी। दुर्दशा के शिकार उद्यमी, व्यापारी व नौजवान की अनदेखी को लेकर पार्टी शुरू से मुखर है। यात्रा के माध्यम से आम आदमी को जोड़ा जाएगा। प्रसपा का मानना है कि प्रदेश में भ्रष्टाचार व दुव्र्यवहार चरम पर है। आम लोग डीजल, पेट्रोल व रसोई गैस के बढ़े दामों से परेशान हैं। इन सभी मुद्दों को उठाकर हम प्रदेश की भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लेंगे। देश में जब अन्याय बढ़ा तो महाभारत हुई है। पार्टी धर्म युद्ध का शंखनाद करने के लिए सामाजिक परिवर्तन रथ यात्रा निकाल रही है और श्रीकृष्ण की धरती से इसकी शुरुआत कर रही है।

सामाजिक परिवर्तन यात्रा के सात चरण

पहला- मथुरा से शुरू सैफई इटावा तक (12 से 14 अक्टूबर)।

दूसरा- भोगनीपुर कानपुर देहात से अमेठी गौरीगंज (18 से 22 अक्टूबर)।

तीसरा- लखनऊ से फर्रुखाबाद (26 से 31 अक्टूबर)।

चौथा : अकबर रनियां कानपुर देहात से उन्नाव (सात नवंबर)।

पांचवां- लखनऊ से आजमगढ़ (नौ से 14 नवंबर)।

छठां- लखनऊ से पीलीभीत (17 व 18 नवंबर)।

सातवां-लखनऊ से मीरजापुर (24 से 27 नवंबर)।