सहारनपुर रेलवे स्टेशन को बनाया जाएगा विश्वस्तरीय: वैष्णव

सहारनपुर रेलवे स्टेशन को बनाया जाएगा विश्वस्तरीय: वैष्णव
  • सहारनपुर में पत्रकारों से वार्ता करते केंद्रीय रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव।

सहारनपुर। केंद्रीय रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के रेल विकास के लिए 350 करोड़ रूपए खर्च किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि अयोध्या, लखनऊ चारबाग, प्रयागराज, हरिद्वार सहित सहारनपुर रेलवे स्टेशन को भी विश्वस्तरीय बनाया जाएगा तथा सहारनपुर से संगम एक्सप्रेस को चलाया जाएगा अथवा उसके स्थान पर वैकल्पिक ट्रेन चलाई जाएगी।

केंद्रीय रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव आज सर्किट हाऊस सभागार में पत्रकारो के साथ वार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैबिनेट के लिए जवाबदेही सुनिश्चित करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि सिद्धपीठ मां शाकम्भरी देवी में मोबाइल सिगनल नहीं आने की जो जानकारी दी गई थी, उसमें टावर लगाने का काम हुआ है और 12 अगस्त से वहां नेटवर्क की समस्या का समाधान हो गया है। उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल में जो ट्रेनें प्रभावित हुई थी उनमें से 17 टेऊनें संचालित हो गई हैं, शेष दो भी शीघ्र चालू हो जाएंगी जिनके लिए रास्ता नहीं मिल पा रहा है।

केंद्रीय रेलमंत्री श्री वैष्णव ने बताया कि खलासी लाईन ढमोला नदी की ड्रेनेज की समस्या का समाधान करने के लिए प्रधानमंत्री ने 6 करोड़ 50 लाख रूपए स्वीकृत किए हैं जिसका भूमि पूजन भी कर दिया गया है। शारदा नगर में ढाई करोड़ रूपए पुल की सीट के लिए स्वीकृत हुए हैं। उन्होंने बताया कि लकड़ी के पुल का रिपलेसमेंट करने के लिए 7 करोड़ 50 लाख रूपए स्वीकृत हुए हैं जो रेलवे स्टेशन के दोनों भागों को जोडऩे का काम करेगा। उन्होंने दावा किया कि उक्त योजनाएं आगामी 50 वर्षों को ध्यान में रखते हुए बनाई गई हैं। उन्होंने पैसेंजर ट्रेन किराए के बारे में समझाते हुए कहा कि पहले जो ट्रेनें होती थी उनमें परिवर्तन हुआ है तथा जितनी तीव्र गति से रेल को चलाना है उसके लिए रेलवे ट्रैक भी आधुनिक बनाए जा रहे हैं जिसमें रेल की गति 130 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी।

एक अन्य सवाल के जवाब में श्री वैष्णव ने बताया कि वंदेमातरम ट्रेन सहारनपुर आए, इसके लिए 50 स्थल ऐसे हैं जिनमें सुधार की जरूरत है जो तेजी के साथ किए जा रहे हैं। देवबंद रेलवे स्टेशन पर सुविधाएं बढ़ाने के लिए 23 करोड़ रूपए अतिरिक्त व्यय किए जाएंगे। नए पुल व अंडरपास भी बनाए जा रहे हैं जिन पर 740 करोड़ रूपए खर्च किए जाएंगे। टपरी में प्लेटफार्म नीचे हैं, भांकला, सोना अर्जुनपुर आदि के प्लेटफार्म भी ऊंचे करने के निर्देश दिए गए हैं। 1050 करोड़ रूपए फ्रैट कोरिडोर में खर्च किए जा रहे हैं। टपरी के निकट रेलवे यार्ड में शैड बनाया जा रहा है।

श्री वैष्णव ने बताया कि 2014 से पूर्व दुनिया के कई देशों से बड़े उत्तर प्रदेश के लिए यूपीए की सरकार 1109 करोड़ रूपए प्रतिवर्ष व्यय करती थी। जबकि अब डबल इंजन की पीएम व सीएम की सरकारों ने 94 हजार करोड़ रूपए के प्रोजेक्ट तय किए हैं। 2014 से पहले उत्तर प्रदेश में प्रतिदिन 4 किलोमीटर रेलवे ट्रैक बिछाया जाता था जो वर्तमान में प्रतिदिन 12 किलोमीटर बिछाई जा रही है। वार्ता के दौरान सांसद प्रदीप चौधरी, औद्योगिक विकास राज्यमंत्री जसवंत सैनी, विधायक मुकेश चौधरी, देवेंद्र निम, महापौर संजीव वालिया, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष मोहित बेनीवाल, पूर्व सांसद राघव लखनपाल शर्मा, जिलाध्यक्ष डा. महेंद्र सैनी, महानगर अध्यक्ष राकेश जैन आदि मौजूद रहे।