सहारनपुर-……किसान लड़ेगा आरपार की लड़ाई: वर्मा

सहारनपुर [24CN]। पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगतसिंह वर्मा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश सरकार द्वारा यदि किसानों को चीनी मिलों से बकाया गन्ना मूल्य भुगतान ब्याज सहित नहीं कराया तो किसान आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को वोट नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि चीनी मिलों से किसानों को गन्ना मूल्य भुगतान ब्याज सहित कराने की मांग को लेकर मोर्चा 22 दिसम्बर को गन्ना भवन से बड़े आंदोलन का आगाज करेगा।

राष्ट्रीय अध्यक्ष भगतसिंह वर्मा ने मोर्चा कार्यालय पर आयोजित बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार की उपेक्षा के चलते गन्ना किसान भारी आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहे हैं। उत्तर प्रदेश की चीनी मिलों ने अभी तक विगत वर्ष का भी गन्ना मूल्य भुगतान नहीं किया है। अभी भी जिले की चार चीनी मिलों पर किसानों का विगत वर्ष का 240 करोड़ रूपए बकाया है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्षों में देरी से किए गए गन्ना मूल्य पर लगा ब्याज जिले की छह चीनी मिलों पर 500 करोड़ रूपए बकाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा की योगी सरकार चीनी मिलों से गन्ना मूल्य भुगतान पर लगा ब्याज दिलाने के लिए कोई आवश्यक कार्यवाही नहीं कर रही है जिस कारण गन्ना किसान भारी आर्थिक संकट में है।

भगत सिंह वर्मा ने कहा कि देश में गन्ने का समर्थन मूल्य सबसे कम है। जबकि पड़ोसी राज्य हरियाणा में 362 रूपए कुंतल, पंजाब में 360 रूपए कुंतल व उत्तराखंड में 355 रूपए प्रति कुंतल है तो उत्तर प्रदेश में 350 रूपए कुंतल ही क्यों है। उन्होंने कहा कि गन्ना प्रदेश की रीढ़ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश को गन्ने से प्रतिवर्ष 34000 करोड़ रूपए एक्साइज ड्यूटी के रूप में प्राप्त होता है। इसके बावजूद भी किसानों को गन्ने का लाभकारी मूल्य तो दूर, लागत मूल्य भी नहीं दिला पा रही है। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि चीनी मिलों से शीघ्र ही गन्ना मूल्य भुगतान ब्याज सहित नहीं कराया गया और गन्ने का लाभकारी मूल्य 600 रूपए प्रति कुंतल नहीं किया गया तो किसान आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा का विरोध करेगा। उन्होंने आगामी 22 दिसम्बर को गन्ना भवन पर होने वाले धरना-प्रदर्शन में भी ऐतिहासिक भीड़ जुटाने का आह्वान किया।

बैठक की अध्यक्षता राजेंद्र चौधरी व संचालन आसिम मलिक ने किया। बैठक में गुरविंदर सिंह बंटी, वीरेंद्र सिंह बिल्लू, विनोद सैनी, नीरज सैनी, अजीत सिंह, नरेश कुमार, डा. यशपाल त्यागी, सुभाष त्यागी, सुधीर चौधरी, संजय चौधरी, वसीम जहीरपुर, हाजी सुलेमान, हाजी राशिद, मो. फारूख, केसर आलम, महबूब हसन, नवाब अली, नीरपाल गुर्जर, ऋषिपाल गुर्जर, संदीप गुर्जर, कृष्णपाल, विकास, अमजद गौड, बदर आलम, मो. अकरम त्यागी आदि मौजूद रहे।