सचिन पायलट का BJP पर तीखा हमला, बोले- ‘सदन में सरकार को कटघरे में खड़ा करेंगे’

सचिन पायलट का BJP पर तीखा हमला, बोले- ‘सदन में सरकार को कटघरे में खड़ा करेंगे’

राजस्थान में 1 सितंबर से शुरू हुआ विधानसभा सत्र शुरुआत से ही हंगामेदार रहा. विपक्ष ने वोट चोरी के मुद्दे को लेकर सदन में नारेबाजी की, जिसके बाद सदन को 3 सितंबर तक स्थगित किया गया.

कल से एक बार फिर सदन में पक्ष-विपक्ष आमने-सामने होते दिखाई देंगे. इसी को लेकर आज विपक्ष में बैठी कांग्रेस की ओर से विधायक दल की बैठक बुलाई गई. इस बैठक में पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट भी शामिल हुए.

सचिन पायलट ने सरकार की कार्यशैली पर उठाए सवाल

सचिन पायलट ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि चाहे केंद्र की मोदी सरकार हो या राज्य की भजनलाल सरकार हो, इनका रवैया यही रहा है कि यह लोग मुद्दों पर बात नहीं करते हैं. आज प्रदेश में बाढ़ के हालात हैं, जनजीवन अस्त-व्यस्त है, किसानों को भारी नुकसान हुआ है और भी कई मुद्दे हैं.

उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि इन मुद्दों पर सार्थक चर्चा होनी चाहिए, क्योंकि जनता ने हमें विधानसभा में चुनकर भेजा है. जनता चाहती है कि उनके मुद्दों पर सदन में सार्थक चर्चा हो, लेकिन यह सरकार उन मुद्दों पर चर्चा नहीं करना चाहती है.

भजनलाल सरकार ने 2 साल में कोई काम नहीं किया- सचिन पायलट

सचिन पायलट ने कहा कि भजनलाल सरकार ने 2 साल के शासन में प्रदेश में कोई काम नहीं किया, इसलिए हम सदन में सरकार को कटघरे में खड़ा करेंगे. उन्होंने कहा कि जिसने प्रधानमंत्री जी की मां के लिए अपशब्दों का प्रयोग किया है, उसका कांग्रेस पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है.

उन्होंने कहा कि हम लोग ऐसी पार्टी में हैं, जिसमें संस्कार, संयम और अनुशासन अनिवार्य है. हम ऐसे किसी भी शब्द के प्रयोग की भर्त्सना करते हैं, जिसने भी इन अपशब्दों का इस्तेमाल किया है. उसका हमारी पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है.

बीजेपी सरकार मुद्दों पर चर्चा नहीं करना चाहती- पायलट

पायलट ने कहा कि अगर किसी के मंच पर कोई चढ़ जाए और अपशब्द बोल दे तो उस पर कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन इस पर राजनीति भी नहीं होनी चाहिए. विकास के मुद्दे पर बात होनी चाहिए.

उन्होंने कहा कि पिछले कई सालों से नीतीश कुमार जी बिहार के मुख्यमंत्री हैं और गठबंधन की सरकार चला रहे हैं, उन्हें जवाब देना चाहिए. बेरोजगारी पर बात होनी चाहिए, अमेरिका के टैरिफ पर बात होनी चाहिए. अपशब्दों के मुद्दे पर सबकी एक राय है कि माता-पिता सबके हैं और सबके लिए सम्मानित हैं.

उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार मुद्दों पर चर्चा नहीं करना चाहती है.