लवीव। रूस ने बुधवार के लिए यूक्रेन में सीजफायर का निर्देश दे दिया है। यह मास्को के समयानुसार बुधवार सुबह 10 बजे (0700 GMT) से शुरू हो जाएगा। साथ ही कीव व अन्य चार शहरों से सुरक्षित निकासी के लिए कारिडोर की व्यवस्था हो गई। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय की ओर से बताया गया है कि अब तक यूक्रेन में जारी जंग के कारण मृतकोंं की संख्या 1335 से अधिक है। वहीं यूक्रेन का दावा है कि इसने 11 हजार से अधिक रूसी सैनिकों को मार गिराया है।
रूसी सेना से घिरे पूर्वी शहर सूमी से निकलने के लिए मिले सुरक्षित गलियारे से बड़ी संख्या में नागरिक निकल आए। इन लोगों को मंगलवार को बस में बैठकर शहर से बाहर निकलते देखा गया। इस सुरक्षित गलियारे के लिए दोनों देशों के अधिकारियों में सहमति बन गई थी। रूस ने राजधानी कीव समेत पांच शहरों के लिए सुरक्षित गलियारे का प्रस्ताव दिया था जिनमें से दो शहरों का प्रस्ताव यूक्रेन ने ठुकरा दिया। मारीपोल में फंसे नागरिकों को निकालने के लिए भी 30 बसों का काफिला भेजा गया है। इस बीच यूक्रेन के अधिकारियों ने रूस का आक्रमण धीमा पड़ने और एक और रूसी मेजर जनरल के मारे जाने का दावा किया है।
लगातार बमबारी और पिछले कई दिनों से बिजली व पानी की आपूर्ति ठप होने से यूक्रेन के शहरों में लोग कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि पलायन करने वाले शरणार्थियों की संख्या बीस लाख से ऊपर हो गई है। आधुनिक समय में यह सबसे तेज पलायन माना जा रहा है। सूमी पर रूसी हवाई हमले के कुछ घंटों बाद शहर से पोल्टावा और उसके आगे पश्चिम के लिए निकासी शुरू हुई। स्थानीय यूक्रेनी अधिकारियों ने इस हमले में 21 लोगों की मौत होने का दावा किया है।
यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने एक ट्वीट में कहा कि हमने सूमी से अपने नागरिकों की निकासी शुरू कर दी है। शहर छोड़ने वालों में विदेशी छात्र भी हैं। सूमी से निकाल कर लोगों को पोल्टावा ले जाया जाएगा। वहां से आगे पश्चिम की ओर ले जाया जाएगा। सूमी क्षेत्र के गवर्नर दिमित्रो झिवित्स्की ने एक वीडियो बयान जारी कर बताया कि शहर से नागरिकों का एक जत्था लगभग 1100 बजे (जीएमटी) पर रवाना हुआ। राष्ट्रपति के सलाहकार किरिलो तिमोशेंको ने एक वीडियो क्लिप जारी की जिसमें लोगों को लेकर निकलती बसों को दिखाया गया है। कीव के उपनगरीय इलाके इरपिन से भी लोग सुरक्षित निकले हैं। ये लोग भी कई दिनों से यहां फंसे हुए थे। इस शहर पर रविवार को रूसी सैनिकों ने भारी बमबारी की थी।
रूस की इंटरफैक्स समाचार एजेंसी ने कहा कि मास्को ने नागरिकों के सुरक्षित निकलने के लिए पांच यूक्रेनी शहरों सूमी, मारिपोल, चार्निहीव, खार्कीव और राजधानी कीव में मानवीय गलियारे खोले हैं। हालांकि यूक्रेन ने कीव और खार्कीव के लिए सुरक्षित गलियारों का प्रस्ताव ठुकरा दिया क्योंकि इन गलियारे का इस्तेमाल कर यूक्रेनी नागरिकों के सीधे रूस या बेलारूस पहुंचने की आशंका थी जो इनके लिए कतई सुरक्षित नहीं है। इससे पूर्व शनिवार और रविवार को मारीपोल से लोगों को निकालने का प्रयास विफल हो चुका है। इसके लिए दोनों पक्ष ने दूसरे पर गोलाबारी जारी रखने आरोप लगाया है।
रूसी विमानों ने रातभर शहरों पर बम बरसाए : यूक्रेनी अधिकारी
यूक्रेन के अधिकारियों ने दावा किया है कि रूसी विमानों ने रातभर पूर्वी और मध्य यूक्रेन के शहरों पर बम गिराए। इस बमबारी में 21 लोगों के मरने का दावा किया गया है। राजधानी कीव के उपनगरों में भी गोलाबारी हुई। कीव के पूर्व में सूमी और ओखतिरका शहर में रिहायशी इमारतों पर बम गिराए गए। कीव के पश्चिम में जिटोमिर और पड़ोसी शहर चेन्र्याखीव में तेल डिपो पर भी बम गिराए गए। कीव के उपनगर बुचा के मेयर ने शहर पर भारी गोलाबारी होने की बात कही।
मेयर अनातोल फेदोरुक ने कहा, ‘हम भारी हथियारों से दिन-रात हो रही गोलाबारी के कारण शवों को उठा नहीं पाए। शहर की सड़कों पर कुत्ते शवों को खींच रहे हैं।’
लवीव में दो लाख से ज्यादा लोगों ने शरण ली
लवीव के मेयर ने कहा कि पश्चिमी यूक्रेन में यह शहर भोजन और हजारों लोगों को शरण देने के लिए जूझ रहा है। युद्धग्रस्त क्षेत्रों से भागकर यहां आए करीब दो लाख लोगों ने यहां शरण ली है। मेयर आंद्रे सदोवी ने कहा कि हमें इन लोगों को रखने के लिए खेल के सभागार, स्कूल, अस्पताल और गिरजाघर की इमारतें कम पड़ रही हैं। मेयर ने कहा कि शहर को रसोई से लैस बड़े-बड़े टेंट की जरूरत है ताकि भोजन पकाया जा सके। अगर रूसी सेना के हमलों वाले शहरों से मानवीय गलियारा खोला जाता है तो हजारों और लोग और यहां आ सकते हैं। अमेरिका और यूरोपीय देशों के दूतावास हमले से पहले कीव से लवीव स्थानांतरित हो गए थे। लवीव पोलैंड की सीमा पार करने वाले लोगों के लिए मुख्य ट्रांजिट केंद्र है।
मारा गया रूस का एक और जनरल
यूक्रेन के सबसे बड़े शहर खार्कीव के आसपास लड़ाई में रूस का एक जनरल मारा गया। यूक्रेन की सैन्य खुफिया एजेंसी ने यह जानकारी दी। उसने मृतक जनरल की पहचान मेजर जनरल विताली गेरासिमोव (45) के रूप में की और कहा कि उसने सीरिया और चेचन्या में रूसी सेना के साथ लड़ाई में भाग लिया और 2014 में क्रीमिया पर कब्जा जमाने के दौरान भी लड़ाई का हिस्सा रहे। रूस ने भी इस पर टिप्पणी नहीं की है। इससे पहले रूस में स्थानीय अधिकारियों के संगठन ने यूक्रेन में रूस में 7वीं एयरबोर्न डिवीजन के कमांडिंग जनरल मेजर जनरल आंद्रे सुखोवेत्स्की की मौत की पुष्टि की थी।
जेलेंस्की ने ज्यादा मानवीय गलियारों की अपील की
एपी के अनुसार यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने युद्धग्रस्त क्षेत्र से अपने नागरिकों को निकालने के लिए और अधिक मानवीय गलियारों के साथ रेड क्रास से सहयोग की अपील की है। मंगलवार को दिए गए वीडियो संदेश में उन्होंने कहा कि मारीपोल में नाकेबंदी के बीच शरीर में पानी की कमी होने से एक बच्चे की मौत हो गई, यह इस बात का संकेत है कि शहर के लोग कितने हताश हो गए हैं।