रूस की कीव पर मिसाइलों की बौछार, अनाज सौदा रद्द करने के बाद हमले तेज

रूस की कीव पर मिसाइलों की बौछार, अनाज सौदा रद्द करने के बाद हमले तेज

कीव: सोमवार को यूक्रेन (Ukraine) का कीव शहर एक के बाद एक कई धमाकों से थर्रा उठा. यूक्रेन सरकार का कहना है कि रूस (Russia) ने कीव समेत कई शहरों में मिसाइलों से बड़ा हमला बोला है. मॉस्को का आरोप है कि यूक्रेन ने काला सागर में उसके नौसैनिक बेड़े को निशाना बनाया है. इसके बाद रूस ने अनाज समझौता भी रद्द कर दिया. गौरतलब है कि रूस और यूक्रेन दुनिया के बड़े अनाज निर्यातक देश हैं. इस साल की शुरुआत में रूस ने यूक्रेन पर हमले के बाद उसके अनाज निर्यात को बाधित कर दिया था, जिसकी परिणिति वैश्विक खाद्य संकट (Food Crisis)  के रूप में सामने आई थी. अब यूक्रेन के साथ हुए अनाज समझौते को रद्द करने के बाद वैश्विक स्तर पर अनाज की कीमतों में फिर से उछाल देखा जा रहा है. यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने मॉस्को (Russia Ukraine War) पर नागरिक ठिकानों पर हमला करने का आरोप लगाया है.

रूसी हमलों के बाद बिजली और जलापूर्ति प्रभावित
यूक्रेन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ओलेग निकोलेंको का कहना है कि रूसी मिसाइलों ने ऊर्जा संयंत्रों को निशाना बनाया है, जिस कारण शून्य से नीचे तापमान वाली हाड़ कंपाती सर्दी में लोगों तक बिजली आपूर्ति ठप हो गई है. बिजली आपूर्ति बाधित होने से जलापूर्ति पर भी असर पड़ा है. ओलेग ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर शांति वार्ता और वैश्विक खाद्य संकट की परवाह नहीं करने का आरोप लगाते हुए कहा कि पुतिन का एकमात्र मकसद मौत और तबाही है. कीव समेत यूक्रेन के अन्य शहरों पर मिसाइल हमलों पर मॉस्को ने फिलहाल कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है. इसके पहले रूस ने शनिवार को यूक्रेन पर काला सागर स्थित उसके नौसैनिक बेड़े पर ड्रोन हमले करने का आरोप लगाया था.

अमेरिका ने पुतिन पर साधा निशाना
इसके पहले क्रीमिया और रूस को जोड़ने वाले पुल पर हमले के बाद भी रूस ने महीने की शुरुआत में कीव समेत अन्य यूक्रेनी शहरों को बड़े पैमाने पर अपने हमलों का निशाना बनाया था. हालांकि यूक्रेन ने भी रूसी बेड़े पर हमले को न तो खारिज किया है और न ही स्वीकार किया है. यूक्रेन ने यही रुख क्रीमिया पुल पर हमले के बाद भी अपनाया था. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूस पर दुनिया को भूख से ब्लैकमेल करने का आरोप भी चस्पा किया है. जेलेंस्की ने यह बयान अनाज सौदा रद्द होने के बाद लगाया था. गौरतलब है कि तुर्किए और संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता के बाद रूस अनाज समझौते पर राजी हुआ था. यूक्रेन सरकार के मुताबिक फिलवक्त अनाज से भरे 218 जहाज अपना सफर शुरू नहीं कर सके हैं. अनाज सौदे से पीछे हटने पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने पुतिन पर हमला बोला है.