बिटोड़े हटाने के विरोध में ग्रामीण महिलाओं ने डीएम को सौंपा ज्ञापन

- सहारनपुर में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपने जाती ग्रामीण महिलाएं।
सहारनपुर। बलियाखेड़ी विकास खंड के गांव छपरेड़ी में गांव के मुख्य मार्ग पर ग्राम प्रधान द्वारा बुलडोजर चलवाकर बिटोड़े उठाने के विरोध में ग्रामीण महिलाओं ने जिलाधिकारी कार्यालय पर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया तथा जिलाधिकारी से कूड़ा-करकट आदि डालने के लिए खाद के गड्ढों की भूमि को चिन्हित कराकर उपलब्ध कराए जाने की मांग की।
बलियाखेड़ी विकास खंड के गांव छपरेड़ी की महिलाएं एकत्र होकर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंची जहां उन्होंने जिलाधिकारी को सौंपे ज्ञापन में बताया कि ग्रामीण पिछले सैंकड़ों सालों से छिदबना जाने वाली सड़क किनारे घरों का कूड़ा-करकट व गोबर आदि डालते चले आ रहे हैं। विगत 7 मई को जब ग्रामीण मेहनत मजदूरी करने खेतों पर गए हुए थे तब बिना सूचना के गांव की पार्टीबाजी के चलते बुलडोजर चलवाकर खाद व बिटोड़े आदि को तहस-नहस कर दिया जिस कारण ग्रामीणों के सामने कूड़ा करकट डालने तथा बिटोड़े आदि तोडऩे के कारण चूल्हा आदि जलाने व खाना बनाने की समस्या उत्पन्न हो गई है।
उन्होंने कहा कि यदि समय रहते उन्हें सूचना दी जाती तो वे अपने बिटोड़े आदि हटा लेते। ग्रामीणों का कहना था कि उक्त भूमि पर कन्या पाठशाला बनाने की बात की जा रही है। जबकि अभी तक ऐसा कोई प्रस्ताव पारित नहीं हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्राथमिक चिकित्सालय की जमीन मौके पर पूरी नहीं है। उसे आसपास के दबंगों में कब्जा रखा है, उसे भी मुक्त नहीं कराया गया है। उन्होंने जिलाधिकारी से आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने तथा ग्रामीणों को कूड़ा-करकट आदि डालने के लिए खाद के गड्ढों को चिन्हित कर दिलाने की मांग की।
इस दौरान विमला, गीता, अनीता, पूजा, ओमती, पुष्पा, सीता, जतरा, कला, अजमेरती, ममता, स्वाति, कुसुम, ललिता, रीना, मनीता, सुनीता, सावित्री, सोनम आदि मौजूद रही।