सपा की रथयात्रा में उमड़ी भीड़ के कारण ही लिए तीनों कृषि कानून वापस: रूद्रसैन
सहारनपुर [24CN]। समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष चौ. रूद्रसैन ने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की विजय रथ यात्रा में उमड़ी किसानों व नौजवानों की भारी भीड़ को देखते हुए ही केंद्र सरकार ने मजबूरन कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की है। उन्होंने किसान आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों के आश्रितों को एक करोड़ का मुआवजा व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दिए जाने की मांग की।
सपा जिलाध्यक्ष चौ. रूद्रसैन आज यहां वैष्णवी धाम में वरिष्ठ सपा नेता ओमी पंवार के आवास पर आयोजित बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विश्व के सबसे लम्बे, शांतिपूर्ण व लोकतांत्रिक किसान सत्याग्रह की सफलता किसानों की अथक मेहनत का परिणाम है जिसमें आज उन्हें सफलता मिली है। यह किसान, मजदूर, गरीब व मेहनतकश वर्ग की जीत है।
चौ. रूद्रसैन ने कहा कि पूंजीपरस्त, अहंकारी सरकार व उसके मंत्रियों ने किसानों को आतंकवादी, मु_ीभर लोग, देशद्रोही, खालिस्तानी आदि कहकर देश की एकता और सौहाद्र्र को खंड-खंड कर बहुसंख्यक श्रमशील आबादी में एक अविश्वास पैदा करने का काम किया, लेकिन इसके बावजूद भी आंदोलनकारी किसानों ने संयम, शालीनता और सहिष्णुता के साथ साबित कर दिया है कि विवेकपूर्ण लोकतांत्रिक और समावेशी निर्णयों से ही देश चलता है, न कि पहलवानी से। इसलिए बहुमत में अहंकार नहीं बल्कि विनम्रता होनी चाहिए।
इस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की घोषणा पर मिठाई बांटकर खुशी जताई। इस दौरान प्रवीण बांदूखेड़ी, ओमी पंवार, वीरेंद्र तोमर, अब्दुल गफूर, देवेंद्र चौहान, भूपेंद्र चौहान, मोंटी चौहान आदि मौजूद रहे।