रोहित प्रधान प्रकरण: हाईवोल्टेज ड्रामे के बाद रोहित को मिली जमानत

रोहित प्रधान प्रकरण: हाईवोल्टेज ड्रामे के बाद रोहित को मिली जमानत

नकुड़: रोहित प्रधान को पुलिस द्वारा जेल भेजने के प्रयास सफल नहीं हो पाए, हिन्दू संगठनों के विरोध के चलते रोहित को एसडीएम कोर्ट से ही जमानत मिल गई।

दरअसल, निकटवर्ती गॉंव छाप्पर व कुराली के शिव मंदिर में तोड-फोड़ मामले में आरोपियों की गिरफ़्तारी की मांग को लेकर रोहित प्रधान द्वारा किये हंगामे में सांसद इकरा हसन को कहे गए अपशब्दों को आधार बनाकर पुलिस रोहित को जेल भेजना चाह रही थी। पुलिस ने रोहित को यह कहकर थाने बुलाया कि आप थाने आ जाओ और एसडीएम कोर्ट से ही आपको जमानत मिल जाएगी।

रोहित, गंगोह थाने के एसआई उम्मेद सिंह के साथ थाने पँहुच गए। रोहित जैसे ही थाने पँहुचे तो वहाँ का महोल एकदम बदल गया। पुलिस ने रोहित को हिरासत में ले लिया, उसे पुलिस की कड़ी सुरक्षा में एसडीएम कोर्ट लाया गया। तब तक रोहित व उसके परिवार की समझ में आ गया कि उसे जेल भेजने की तैयारी हो रही है।

Court Room

एसपी देहात पँहुचे थाने
विश्व हिन्दू परिषद व बजरंगदल के विरोध को देखते हुए एसपी देहात सागर जैन भी नकुड़ थाने पँहुच गए व संगठन के लोगों को इस मुद्दे पर विरोध नहीं करने को कहा। विश्व हिन्दू परिषद के जिला अध्यक्ष दिग्विजय त्यागी व जिला मंत्री आकाश चौधरी व कोमल गुज्जर ने एसपी देहात से कहा कि यह मामला मंदिर को खंडित करने से संबंधित है इसलिए रोहित को जेल भेजना उचित नहीं है। पुलिस कार्यवाही उन लोगों के विरुद्ध करे जो मंदिर को खंडित करने में संलिप्त है। एसपी देहात ने मंदिर तोडफोड़ में शामिल आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया। दो बजे के बाद एसडीएम कोर्ट में रोहित के पक्ष में लोग एकत्रित होना शुरू हो गई और कुछ ही देर में सैंकड़ों लोग एकट्ठा हो गए। सभी लोग रोहित पर प्रशासन द्वारा की जा रही कार्यवाही को गलत बता रहे थे। इसके बाद एसडीएम कोर्ट में घंटों चले हाईवोल्टेज ड्रामे के बाद आखिरकार एसडीएम सुरेन्द्र कुमार ने शाम को रोहित को जमानत दे दी।

कोमल चौधरी ने किया विरोध
लंबी वार्ता के बाद तय हुआ कि रोहित को जेल नहीं भेजा जाएगा लेकिन इसे अभी पुलिस हिरासत में ही रहना होगा। सहमति के बाद जैसे ही रोहित को एसडीएम कोर्ट से थाने ले जाया जाने लगा तो कोमल चौधरी ने इसका विरोध कर दिया। उन्हे लगा शायद पुलिस रोहित को जेल भेज रही है। वो भी जिद पर आ गई कि रोहित को नहीं जाने देगी और यदि रोहित जेल जाएगा तो वो भी रोहित के साथ जेल जाएंगी। विरोध को देखते हुए पुलिस एक बार फिर रोहित को कोर्ट रूम ले आई।

विश्व हिन्दू परिषद जिला अध्यक्ष ने समझाया
इसके पश्चात विश्व हिन्दू परिषद के जिला अध्यक्ष बाहर आए और उन्होंने कोमल चौधरी को पूरी बात समझाई कि रोहित जेल नहीं जा रहा है वो थाने जा रहा। इसके पश्चात रोहित व कोमल दोनों थाने पँहुचे। समाचार लिखे जाने तक रोहित थाने पर ही था।