रोहिला समाज ने शौर्य दिवस के रूप में मनाया रक्षाबंधन

रोहिला समाज ने शौर्य दिवस के रूप में मनाया रक्षाबंधन
  • सहारनपुर में जिला कारागार में शौर्य दिवस मनाते रोहिला क्षत्रिय विकास परिषद के पदाधिकारी।

सहारनपुर [24CN]। अखिल भारतीय रोहिला क्षत्रिय विकास परिषद के तत्वावधान में रक्षाबंधन पर्व को शौर्य दिवस के रूप में मनाया गया। स्थानीय देहरादून रोड स्थित प्राचीन रोहिला किला (जिला कारागार) में आयोजित कार्यक्रम का शुभारम्भ महाराजा रणवीर सिंह रोहिला के चित्र पर पुष्प अर्पित करके किया गया।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय महामंत्री कुलदीप रोहिला ने कहा कि रोहिल खंड के राजा रणवीर सिंह के कार्यकाल में दिल्ली के सुलतान उनसे भयभीत रहते थे। उन्होंने 30 वर्ष तक आक्रांताओं की घुसपैठ रोहिल खंड में नहीं होने दी और 27 अप्रैल 1254 में दिल्ली के सुलतान नसीरूद्दीन महमूद की 30 हजारी सेना को धूल चटाई परंतु रक्षाबंधन के दिन बहनों से रक्षा सूत्र बंधवाते राजपूतों पर धोखे से महमूद की सेना ने गद्दारों के हाथ किले का दरवाजा खोलने पर आक्रमण किया। इसमें राजा रणवीर सिंह रोहिला का बलिदान हुआ और रानी तारादेवी ने जौहर किया।

उन्होंने कहा कि स्वाधीनता और स्वाभिमान की रक्षा में हुए इस शौर्य संग्राम में बलिदानों के कारण सभी राजपूत समाज में रक्षाबंधन के दिन शौर्य दिवस मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि पृथ्वीराज चौहान के बाद राजा रणवीर सिंह ने दिल्ली के सुलतानों के पैर जमने नहीं दिए थे। इस दौरान भाजपा महानगर मंत्री श्रीमती रेखा रोहिला, नरेश राणा, राकेश रोहिला, मनीष रोहिला, विनोद रोहिला सरसावा, बिजेंद्र रोहिला नानौता, प्रेमचंद रोहिला, नंदकिशोर रोहिला, अजय रोहिला एडवोकेट आदि मौजूद रहे।

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