रॉबर्ट वाड्रा को भारी पड़ा पहलगाम आतंकी हमले पर विवादित बयान, हाई कोर्ट करेगा सुनवाई

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले और पर्यटकों को बेरहमी से मारे जाने के मामले को लेकर भारत में गुस्सा भरा हुआ है। पूरे देश आतंकियों और उसके पाकिस्तान पर कार्रवाई की मांग कर रहा है। हालांकि, कांग्रेस नेता रॉबर्ट वाड्रा ने इस हमले को लेकर विवादित बयान दिया था। उन्होंने आतंकी हमले का कारण भारत में मुसलमानों के साथ दुर्व्यवहार को बता दिया था। वाड्रा के इस बयान को लेकर उनके खिलाफ जांच के लिए याचिका दायर कर दी गई है जिसपर अब इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ पीठ शुक्रवार सुनवाई करने वाली है।
क्या बोले थे रॉबर्ट वाड्रा?
पहलगाम आतंकी हमले को लेकर रॉबर्ट वाड्रा ने कहा था- “मुझे बहुत बुरा लग रहा है और मेरी गहरी संवेदनाएँ इस आतंकवादी कृत्य में मारे गए लोगों के प्रति हैं। हमारे देश में, हम देखते हैं कि यह सरकार हिंदुत्व की बात करती है, और अल्पसंख्यक असहज और परेशान महसूस करते हैं। यदि आप इस आतंकवादी कृत्य का विश्लेषण करते हैं, यदि वे (आतंकवादी) लोगों की पहचान देख रहे हैं, तो वे ऐसा क्यों कर रहे हैं? क्योंकि हमारे देश में हिंदुओं और मुसलमानों के बीच एक विभाजन पैदा हो गया है। इससे इस तरह के संगठनों को लगेगा कि हिंदू सभी मुसलमानों के लिए समस्या पैदा कर रहे हैं। पहचान को देखना और फिर किसी की हत्या करना, यह प्रधानमंत्री के लिए एक संदेश है, क्योंकि मुसलमान कमजोर महसूस कर रहे हैं। अल्पसंख्यक कमजोर महसूस कर रहे हैं। यह बात ऊपर से आनी चाहिए कि हम अपने देश में सुरक्षित और धर्मनिरपेक्ष महसूस करते हैं और हम इस तरह के कृत्य होते नहीं देखेंगे।”
याचिका में क्या कहा गया?
पहलगाम आतंकी हमले पर रॉबर्ट वाड्रा के विवादित बयान के खिलाफ ये याचिका हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस और अन्य संगठनों ने दायर की है। याचिका में मांग की गई है कि केंद्र सरकार को इस मामले में SIT गठित करने और रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ जांच करने का निर्देश दिया जाए। याचिकाकर्ताओं ने कोर्ट से वाड्रा के खिलाफ BNS के प्रावधानों के तहत कार्रवाई करने का आदेश देने की भी मांग की है।
पहलगाम में 26 लोगों की हुई थी मौत
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में बीते 22 अप्रैल को बड़ा आतंकी हमला हुआ था। आतंकियों ने बैसरन घाटी में घूमने आए पर्यटकों से उनका पूछकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया था। लोगों से कलमा पढ़ने को कहा गया था और उनकी पैंट उतारकर चेक किया गया था कि वे किस धर्म के लोग हैं। इस आतंकी घटना में कुल 26 लोगों की मौत हुई थी और बड़ी संख्या में लोग घायल हुए थे।