गन्ना मूल्य घोषित किए जाने की मांग को लेकर रालोद ने किया प्रदर्शन

गन्ना मूल्य घोषित किए जाने की मांग को लेकर रालोद ने किया प्रदर्शन
  • सहारनपुर में जिला मुख्यालय पर नारेबाजी करते राष्ट्रीय लोकदल के पदाधिकारी।

सहारनपुर। राष्ट्रीय लोकदल के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार द्वारा गन्ना मूल्य घोषित न किए जाने के विरोध में जिला मुख्यालय पर जुलूस निकालकर जोरदार प्रदर्शन किया तथा मुख्यमंत्री को सम्बोधित 3 सूत्रीय ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपकर किसानों की समस्याओं का समाधान कराने की मांग की। पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत रालोद कार्यकर्ता जिलाध्यक्ष राव कैसर व प्रदेश महासचिव चौ. धीरसिंह के नेतृत्व में हकीकत नगर स्थित धरना स्थल पर एकत्र हुए तथा जुलूस के रूप में नारेबाजी करते हुए जिला मुख्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया।

प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुए जिलाध्यक्ष राव कैसर व प्रदेश महासचिव चौ. धीरसिंह ने कहा कि विगत डेढ़ माह से रालोद कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर किसानों से गन्ना मूल्य घोषित कराने के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखवा रहे हैं, परंतु लाखों-करोड़ों की संख्या में मुख्यमंत्री कार्यालय में किसानों के पत्र पहुंचने के बावजूद भी इस किसान विरोधी सरकार ने गन्ना मूल्य घोषित नहीं किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार किसान विरोधी सरकार है। बजट में भी सरकार ने किसानों को कोई राहत नहीं दी है। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव होने के चलते सरकार ने 20 सितम्बर 2021 को गन्ना मूल्य घोषित कर दिया परंतु इस बार दो तिहाई पेराई सत्र बीतने के बावजूद गन्ना मूल्य घोषित नहीं किया है। उन्होंने तुरंत गन्ना मूल्य घोषित करने, विगत वर्षों का बकाया गन्ना मूल्य भुगतान कराने तथा खुले घूमते पशुओं से किसानों को निजात दिलाने की मांग की।

उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने शीघ्र ही गन्ना मूल्य घोषित नहीं किया तो रालोद कार्यकर्ता सड़कों पर आंदोलन करने को बाध्य होंगे। प्रदर्शनकारियों में रजनीश चौहान, हरपाल वाल्मीकि, भूरा मलिक, गजेंद्र चौधरी, राव मोहसिन, हाजी सलीम, मनोज वर्मा, नितिन कपिल, सोमप्रकाश शर्मा, राव आरिफ, राव शाकिर, रिहान प्रधान, शौकीन राणा, राममेहर, राव जान मौहम्मद, महबूब कुरैशी, अयान इस्लाम, चौ. पदमसिंह, वसीम अहमद, राव महबूब, हरेंद्र चौधरी, राव शहजाद, प्रवीण धनकर, सुरेंद्र वर्मा, श्याम सिंह, अशोक मुखिया, अतुल फंदपुरी, नेकीराम प्रधान आदि मौजूद रहे।