नई दिल्‍ली। राज्यसभा में राजद सांसद मनोज कुमार झा ने शुक्रवार को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (Jawaharlal Nehru University, JNU) परिसर के बाहर भगवा झंडे और ‘भगवा जेएनयू’ के पोस्टर लगाने की कड़ी आलोचना की। इस मुद्दे पर समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए मनोज झा ने कहा कि ये यह नहीं समझ पा रहे हैं कि वे क्या कर रहे हैं। जेएनयू में भगवा झंडा लगाने से क्या होगा। यह एक विश्वविद्यालय है। विश्वविद्यालय के वैश्विक दर्शन को समझें।

मनोज झा ने कहा कि विश्वविद्यालय को भगवा, हरा, लाल और पीला रंग देकर कुछ भी हासिल नहीं होगा… झा का यह बयान 10 अप्रैल को रामनवमी के मौके पर विश्वविद्यालय (Jawaharlal Nehru University, JNU) परिसर में हुई छात्रों के बीच हाल ही में हुई झड़प के बाद आया है। विश्‍वविद्यालय में छात्रों के दो समूहों – वाम कार्यकर्ताओं और एबीवीपी सदस्यों के बीच झड़प से तनाव पैदा हो गया है। अब विश्वविद्यालय (जेएनयू) परिसर के बाहर भगवा झंडे और पोस्‍टर देखे गए।

हालांकि दिल्ली पुलिस ने झंडे हटा दिए। दिल्‍ली पुलिस का कहना है कि पोस्‍टर लगाने के दोषि‍यों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी। मनोज झा ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि आप एक संस्थान को बर्बाद कर रहे हैं। यह नुकसान जेएनयू का नहीं वरन देश का है। आज भी भारत की आबादी का एक बड़ा हिस्सा भाजपा की नीति से सहमत नहीं है। इस देश में जब तक हमारे जैसे करोड़ों लोग हैं तब तक हम जैसी पार्टियां चुप नहीं बैठेंगी।

उल्‍लेखनीय है कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (Jawaharlal Nehru University, JNU) के मुख्यद्वार के निकट और आस-पास के इलाके में उक्‍त पोस्टर और भगवा झंडा लगाए। इन पोस्‍टरों में चेतावनी दी गई है कि यदि भगवा का अपमान किया गया तो सख्‍त कदम उठाए जाएंगे। बता दें कि 10 अप्रैल को रामनवमी के मौके पर विश्वविद्यालय परिसर में कावेरी छात्रावास छात्रों के दो समूहों के बीच झड़प हुई थी। इसमें दोनों पक्षों के 60 से अधिक लोग घायल हुए थे।