सचिन तेंदुलकर को भारत रत्न देने को बताया गलत, लालू के करीबी RJD नेता शिवानंद ने उठाए सवाल
पटना । दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन से जुड़े सचिन तेंदुलकर के एक ट्वीट के बाद बिहार की प्रमुख राजनीतिक पार्टी राजद हमलावर हो गई है। आरजेडी सु्प्रीमो लालू प्रसाद यादव के करीबी पार्टी नेता शिवानंद तिवारी ने सचिन के बयान पर सख्त ऐतराज जताया है। सचिन की आलोचना करते हुए शिवानंद ने यहां तक कह डाला कि उन्हें भारत रत्न देने का फैसला सही नहीं था। ऐसे लोगों को भारत रत्न देने से इस सम्मान का अपमान हो रहा है। देश के सर्वोच्च सम्मान पर आरजेडी की ओर से अंगुली उठाए जाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। कई लोग इसे देश का अपमान बता रहे हैं।
‘भारत रत्न का अपमान कर रहे सचिन’
आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी ने कहा कि सचिन को भारत रत्न देने का फैसला सही नहीं था। तिवारी ने कहा कि इस फैसले के वक्त भी उन्होंने सवाल खड़े किए थे। इतना बड़ा सम्मान पाने वाले लोग अलग-अलग ब्रांड के लिए प्रचार करते हैं। इससे ‘भारत रत्न’ का ही अपमान हो रहा है। शिवानंद ने सचिन के हालिया ट्वीट को लेकर नाराजगी दिखाई।
शिवानंद के बयान पर गरमाई सियासत
जनता दल यूनाइटेड के नेता संजय सिंह ने कहा है कि शिवानंद तिवारी का बयान उनकी और उनकी पार्टी की मानसिकता दर्शाता है। ये लोग अवार्ड वापसी गैंग के लोग हैं। संजय सिंह ने कहा कि शिवानंद खुद राज्यसभा की पेंशन क्यों ले रहे हैं? उन्हें खुद की पेंशन भी वापस कर देनी चाहिए।
उधर, शिवानंद के बयान पर बवाल खड़ा होने पर आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने बचाव करते हुए कहा कि सचिन को खेल के क्षेत्र में बेहतर करने के लिए सम्मान दिया गया। यह जरूरी नहीं कि उन्हें हर क्षेत्र में उतनी ही समझ हो।
सचिन ने क्या कहा था, यह भी जानिए
सचिन ने गुरुवार को ट्वीट किया था कि भारत की एकता और अखंडता से किसी तरह का समझौता नहीं किया जा सकता है। बाहरी ताकतों को हमारे मामलों में दखल नहीं देना चाहिए। बाहरी लोग केवल दर्शक हो सकते हैं, वे हमारी निजी मामलों में हिस्सेदार नहीं बन सकते। भारत के लोग अपने देश के बारे में सही तरीके से जानते और समझते हैं। वे अपने देश के हित में फैसला लेंगे। हमें सचिन के बयान में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं नजर आया। उन्होंने किसानों के विरोध में भी कोई बात नहीं कही है। इसके बावजूद राजद को उनके इस ट्वीट पर किस बात की आपत्ति है, यह समझना जरा मुश्किल हो रहा है।
विदेशियों के समर्थन से बिगड़ा मामला
किसान आंदोलन को भड़काने के लिए विदेशी तत्चों के सामने आने के बाद यह मामला बिगड़ा है। एक के बाद कई विदेशी शख्सियतें किसान आंदोलन को लेकर भड़काउ बयान दे रही हैं। पॉप स्टार रिहाना, पर्यावरण एक्टिविस्ट ग्रेटा थंबर्ग और अमेरिका उप राष्ट्रपति कमला हैरिस की भतीजी मीना हैरिस ने किसान आंदोलन को समर्थन दिया है। इनमें ग्रेटा थंबर्ग ने ताे सारी हदें पार करते हुए आंदोलन को भड़काने के लिए कई टिप्स तक दे डाले।