समस्याओं का समाधान न होने पर रिटायर्ड श्रमिकों ने जताया रोष

समस्याओं का समाधान न होने पर रिटायर्ड श्रमिकों ने जताया रोष
  • सहारनपुर में मांगों का समाधान न होने पर रोष जताते आईटीसी के सेवानिवृत्त मजदूर।

सहारनपुर। आईटीसी के रिटायर्ड मजदूरों की सभा में समस्याओं का समाधान नहीं किए जाने पर रोष व्यक्त किया गया तथा आईटीसी प्रबंधन से रिटायर्ड मजदूरों की समस्याओं का समाधान कराने की मांग की गई।

आईटीसी परिसर में स्थित राम मंदिर में आयोजित रिटायर्ड मजदूरों की बैठक को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि रिटायरमेंट के बाद बच्चों की भर्ती मान्य है। कम्पनी द्वारा पेंशन राशि का दो व्यक्तियों के जीवन यापन योग्य होने की मांग की गई। वक्ताओं का कहना था कि वर्तमान में पेंशन 500 व 750 रूपए प्रति माह के रूप में तीन-तीन माह पर मिलती है। उनका कहना था कि वर्ष 2009 से 2022 तक के रिटायर्ड मजदूरों की भर्ती अभी तक नहीं की गई है। जबकि रूकी हुई भर्ती अन्य समस्याओं के समाधान के लिए रिटायर्ड समूह आईटीसी प्रबंधन, उच्च प्रबंधन, आईटीसी सिगरेट वक्र्स यूनियन के पदाधिकारियों से वर्ष 2012 से लिखित व मौखिक रूप से कर रहा है। 22 अगस्त को रिटायर्ड मजदूरों ने आईटीसी प्रबंधक से मिलने की मांग की थी। परिणामस्वरूप सीनियर पर्सनल मैनेजर से मिलने दो प्रतिनिधि गए। भत्ते की समस्या के समाधान के लिए मजदूरों द्वारा प्रस्ताव दिया गया। गोल्डन सेक हैड के अंतर्गत जो भर्ती की एवज में पैसा लेना चाहें उन्हें एक-एक करोड़ रूपया दिया और जो भर्ती होना चाहिए उनके बच्चे भर्ती किए जाएं। यही एक रास्ता है जिससे भर्ती समस्या सुलझ सकती है। इस प्रस्ताव पर सहारनपुर आईटीसी प्रबंधन उच्च प्रबंधन से वार्ता करेगी।

इस दौरान आईटीसी के रिटायर मजदूर कैलाश नाथ, सुनील कुमार, एस. एस. मंडल, सुरेंद्र मोहन, राजेश, सेवाराम, देवीचंद, जयप्रकाश, प्रेमनाथ, बृजभूषण, मौ. रिजवान, राम आदि मौजूद रहे।