दिलो में राष्ट्रीय भावना की मशाल को प्रज्वलित करता है गणतंत्र दिवस: डी.के. कौशिक

दिलो में राष्ट्रीय भावना की मशाल को प्रज्वलित करता है गणतंत्र दिवस: डी.के. कौशिक
शोभित यूनिवर्सिटी में ध्वजारोहण करते गणमान्य

गंगोह: मातृभुमि के सम्मान एवं उसकी आजादी के लिये असंख्य वीरों ने अपने जीवन की आहूति दी थी। देशप्रेम की भावना से ओत-प्रोत हजारों की संख्या में भारत माता के वीर सपूतों ने भारत को स्वतंत्रता दिलाने में अपना सर्वस्य न्योछावर कर दिया था। ऐसे ही महान देशभक्तों के त्याग और बलिदान के परिणाम स्वरूप हमारा देश, गणतान्त्रिक देश हो सका और इसी भावना के साथ शोभित विश्वविद्यालय गंगोह में गणतंत्र दिवस बड़े ही हर्ष के साथ मनाया गया। शोभित विवि के परिसर मे कार्यक्रम का आरंभ राष्ट्रीय धून के साथ ध्वजारोहण से किया गया।

संस्था के कुलपति प्रो0 (डॉ.) डी.के. कौशिक ने सभी को संबोधित करते हुए बताया कि 26 जनवरी का पावन पर्व आज भी हर दिल में राष्ट्रीय भावना की मशाल को प्रज्वलित कर रहा है। लहराता हुआ तिरंगा रोम-रोम में जोश का संचार कर रहा है, चारो ओर खुशियों की सौगात है। हम सब मिलकर उन सभी अमर बलिदानियों को अपनी भावांजली से नमन करें, वंदन करें।

dhavjarohan in shobhit university

स्वामी महामण्डलेश्वर मार्तण्ड़पुरी जी ने कहा कि आजादी का सही अर्थ वही समझ सकता है जिसने गुलामी के दिन झेले हो। उन्होंने आजादी को परिभाषित करते हुए बताया कि विकास के पथ पर आगे बढ़कर देश और समाज को ऐसी दिशा देना, जिससे हमारे देश की संस्कृति की सोंधी खुशबु चारो ओर फैल सके।

रजिस्ट्रार डॉ॰ महिपाल सिंह और केयर टेकर सूफी जहीर अख्तर जी ने भी अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि गणतन्त्र (गण़तंत्र) का अर्थ है, जनता के द्वारा जनता के लिये शासन। उन्होंने कहा कि गणतंत्र भारत का महापर्व है। आजादी के इस महापर्व में कई महान देश भक्तो की आहुति दी गई है तब जाकर यह हमे प्राप्त हुई है।

इस अवसर पर विभिन विद्यार्थियो ने गायन, भाषण आदि सुंदर प्रस्तुति देते हुए सबका मन मोह लिया। कार्यक्रम मे डॉ. एस. के. गुप्ता, डा. प्रशांत कुमार, समस्त शैक्षिक स्टाफ, जसवीर सिंह, कर्मचारी वर्ग एवं छात्र छात्राओ की उपस्थिती रही।


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