मोदी सरकार को सत्ता से हटाना ही होना चाहिए हर अम्बेडकरवादी का लक्ष्य: आलम

- सहारनपुर में चाय की दुकान पर संविधान पर चर्चा करते कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के पदाधिकारी।
सहारनपुर। उत्तर प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेशाध्यक्ष शाहनवाज आलम ने कहा कि यूनिफार्म सिविल कोड लागू करने की बात करने वाली मोदी सरकार बाबा साहब अम्बेडकर के विचारों की विरोधी है। इसलिए 2024 में मोदी सरकार को सत्ता से हटाना ही हर अम्बेडकरवादी का लक्ष्य होना चाहिए।
कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेशाध्यक्ष शाहनवाज आलम गांव सरकड़ी शेख में चाय की दुकान पर आयोजित दलित मुस्लिम संवाद कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यूनिफार्म सिविल कोड की जरूरत को बाबा साहब अम्बेडकर ने खारिज करते हुए 2 दिसम्बर 1948 को संविधान सभा की बहस के दौरान कहा था कि इसे लागू करने वाली कोई भी सरकार एक पागल सरकार कही जाएगी।
प्रदेश महासचिव सोनू पठान ने कहा कि भाजपा दलितों व कमजोर तबकों को मिले संवैधानिक अधिकारों को छीनकर फिर से मनुवादी व्यवस्था लागू करना चाहती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में दलितों की जमीन को गैर दलितों द्वारा खरीदने से रोकने के लिए बने कानून को भाजपा ने इसलिए बदल दिया क्योंकि मनुवादी व्यवस्था में दलितों को जमीन रखने का अधिकार नहीं था। जिलाध्यक्ष डा. यासमीन राव ने कहा कि 2024 का चुनाव संविधान समर्थकों और संविधान विरोधियों के बीच होगा।
राहुल गांधी और कांग्रेस के नेतृत्व में सभी संविधान समर्थक एकजुट हैं तो वहीं मोदी और भाजपा के नेतृत्व में बृजभूषण सरन सिंह, साक्षी महाराज, बाबा साहब अम्बेडकर की मूर्ति को तोडऩे वाले, आरक्षण विरोधी, दलितों को घोड़ी पर पीटने वाले एकजुट हैं। उन्होंने कहा कि संविधान समर्थकों का जीतना देश के भविष्य के लिए जरूरी है। जनता तय कर चुकी है कि कांग्रेस की सरकार बनाकर संविधान को बचाया जाएगा।
कार्यक्रम को प्रदेश सचिव सत्यसंयम भूर्यान सैनी, सोनू मलिक, लाडी चौधरी, सीमा अनवर, शहर अध्यक्ष आरिफ सिद्दीकी ने भी सम्बोधित किया। इस दौरान मोनू मलिक, देहात विधानसभा अध्यक्ष शहजाद अंसारी, जिला महासचिव तनवीर कुरैशी, फहीम खान, दानिश खान, साजिद गौर, शमीम अलवी समेत भारी संख्या में कांग्रेसजन व दलित समुदाय के व्यक्ति मौजूद रहे।