लोकसभा में लैला-मजनू, हीर रांझा को सांसद ST Hasan ने याद कर कही बड़ी बात, बोले-महिला को चुनने दें पसंद का पति

लोकसभा में लैला-मजनू, हीर रांझा को सांसद ST Hasan ने याद कर कही बड़ी बात, बोले-महिला को चुनने दें पसंद का पति
  •  सपा सांसद एसटी हसन ने लोकसभा में परिवार न्यायालय विधेयक 2022 बिल पर अपनी बात रखी। बोले- लिव इन रिलेशनशिप का हम विरोध करते हैं लेकिन महिला को अपनी पसंद का पति चुनने का अधिकार होना चाहिए।

मुरादाबाद। लोकसभा (LokSabha) में मंगलवार को हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) और नागालैंड (Nagaland) के लिए परिवार न्यायालय (संशोधन) विधेयक 2022 (Family Court Bill) पारित हो गया। मुरादाबाद के सपा सांसद डा. एसटी हसन (ST Hasan) को इस मामले में संसद में अपनी बात रखने का मौका मिला।

सांसद ने कहा कि हम बिल के साथ हैं। लेकिन, परिवारों से संबंधित और भी बहुत मसले हैं। इंसान जब से दुनिया में आया है। प्यार मोहब्बत के किस्से तभी से सुनने मिलते रहे हैं। लैला-मंजनू, (Laila Majnu) हीर-रांझा (Heer Ranjha) के प्यार की बातें आज भी हर जुबान पर रहती है। लेकिन, हम 21वीं सदी में आ गए हैं।

दो अलग-अलग धर्मों के लोग आपस में शादी कर लें तो आफत आ जाती है। आनर किलिंग (Honour Killing) तक हो रहे हैं। लव जेहाद (Love Jihad) के नाम पर हंगामा खड़ा हो रहा है। महिला खुद अपने पति को चुनती है तो ऐसा क्यों होता है। समाज उस पर प्रेशर बनाने का काम करने लगता है।

मजबूरी में महिला को अपने प्रेमी को ही जेल भिजवाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि हमारा मजहब लिव इन रिलेशनशिप (Liv in Relation) को इजाजत नहीं देता। इसलिए हम इसका विरोध करते है। साथ रहने के लिए सही तरीका निकाह करना है। सांसद ने तीन तलाक (Triple Talaq) के कानून के भी मिस यूज होने की बात कही।

उन्होंने कहा कि तीन तलाक कानून (Triple Talaq Law) के रोजाना हजारों मुकदमे फर्जी लिखे जा रहे हैं। इससे परिवार टूट रहे हैं। पति के जेल चले जाने के बाद समझौते की आस भी टूट जाती है। इसलिए इन मुद्दों पर भी विचार होना चाहिए। तीन तलाक कानून का लोग मिस यूज कर रहे हैं।