इंटरनेट पर पाबंदी, स्कूलों में ताला… नूंह में हिंसा के दो साल बाद फिर निकाली जा रही धार्मिक यात्रा

नूंह: हरियाणा का नूंह जिला ब्रज मंडल जलाभिषेक यात्रा के लिए पूरी तरह से तैयार है. ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा को लेकर नूंह की सड़कों पर आम दिनों के मुकाबले कम आवाजाही नजर आ रही है. दूसरी तरफ सुरक्षा व्यवस्था के भी कड़े इंतजाम किए गए हैं. मुख्य चौक-चौराहा, सार्वजनिक स्थानों पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. पुलिस के जवान लाठी-डंडों से लैस चप्पे-चप्पे पर नजर बनाए हुए हैं. ताकि जलाभिषेक यात्रा के दौरान कोई भी अप्रिय घटना न घटे. इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है. सोमवार दोपहर 12 बजे से यात्रा शुरू होगी.
चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा
इसके अलावा, ड्रोन उड़ाकर सर्विलांस की जा रही है. खोजी कुत्ते व घोड़ा पुलिस की भी तैनाती की गई है. अरावली पर्वत में भी छानबीन अभियान पुलिस की ओर से किया जा रहा है. 14 डीएसपी, 2500 पुलिस के जवान सुरक्षा व्यवस्था को संभाल रहे हैं. नूंह डीसी विश्राम कुमार मीणा तथा पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार लगातार हालातों पर नजर बनाए हुए हैं. इस बार सबसे खास बात है कि श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए करीब 42 स्टॉल लगाए गए हैं. उनमें 30 के करीब मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा लगाए गए हैं. जो हिंदू-मुस्लिम की एकता और भाईचारे को दर्शाता है.
यात्रा का शेड्यूल
यात्रा की बात की जाए तो यात्रा 12 बजे नल्हड़ेश्वर मंदिर से फिरोजपुर झिरका शहर स्थित झिरकेश्वर मंदिर के लिए रवाना होगी और 2 बजे पहुंचेगी. झिरकेश्वर मंदिर से यात्रा सिंगार गांव स्थित श्रृंगेश्वर मंदिर मंदिर के लिए रवाना होगी. शाम करीब 4-5 बजे इस यात्रा का समापन होगा. इस यात्रा में खेल मंत्री गौरव गौतम, खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री राजेश नागर, गुरुग्राम के विधायक मुकेश शर्मा, राजस्थान कामां की विधायक नौक्षम चौधरी सहित कई वीवीआईपी के आने की पूरी संभावना है. इसके अलावा, कई महामंडलेश्वर, बड़े धर्मगुरु इस यात्रा में सरकार कर सकते हैं.
2023 में भड़की थी हिंसा
नूंह जिले में हिंदू-मुस्लिम समुदाय के लोग दशकों से मिलजुलकर साथ रहते आए हैं. लेकिन साल 2023 में इसी जलाभिषेक यात्रा के दौरान नूंह और बडकली चौक सहित कई इलाके नफरत की आग में धधक उठे थे. जिसमें 5 लोगों की जान चली गई थी. आगजनी, तोड़फोड़ इत्यादि की घटनाओं से करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ था. कुल मिलाकर मेवात के लोग मानते हैं, कि वह जिले कि इतिहास में एक काला दिन था. ऐसी तस्वीर भविष्य में कभी देखने को न मिले, इसके लिए प्रशासन और राज्य सरकार द्वारा तमाम कोशिशें की जा रही है. वहीं, मुस्लिम समुदाय के लोग भी भाईचारे का हाथ आगे बढ़ाते हुए ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा का स्वागत करने के लिए तैयार हैं.