धार्मिक नारा लगा गोरखनाथ मंदिर के सुरक्षाकर्मियों पर हमला; हथियार छीनने का प्रयास; दो सिपाही घायल
- गोरखनाथ मंदिर के मुख्य गेट पर सनसनीखेज वारदात में दो सिपाहियों पर दो अराजक तत्वों ने धारदार हथियार से हमला कर दिया। एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया जबकि दूसरा फरार बताया जा रहा है। मंदिर को पूरी तरह सील कर फरार आरोपित की तलाश चल रही है।
गोरखपुर। नाथ संप्रदाय की सर्वोच्च पीठ और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निवास स्थल गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में लगे पीएसी सिपाहियों पर रविवार की शाम करीब साढ़े सात बजे एक युवक ने धार्मिक नारा लगाते हुए धारदार हथियार से हमला कर घायल कर दिया। मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार (दक्षिणी द्वार) पर हुई इस सनसनीखेज वारदात के बाद श्रद्धालुओं से भरे मंदिर परिसर में अफरातफरी मच गई।
हमले में घायल पीएसी के दोनों जवानों और पकड़े जाने के प्रयास में घायल हुए हमलावर युवक को बीआरडी मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है। युवक के साथ और लोगों के होने की आशंका के बाद गोरखनाथ मंदिर को सीलकर तलाशी अभियान चलाया गया।
गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में लगी पीएसी की 20वीं बटालियन, आजमगढ़ के सिपाही गोपाल कुमार गौड़ और अनिल कुमार पासवान की ड्यूटी थाने के सामने मुख्य प्रवेश द्वार पर थी। शाम करीब साढ़े सात बजे मंदिर के उत्तरी और पूर्वी द्वार को पारकर बरगदवा की तरफ से आया एक युवक मुख्य प्रवेश द्वार पर तैनात सिपाही गोपाल कुमार के करीब पहुंचा और उनकी एसएलआर (सेल्फ लोडिंग रायफल) छीनने लगा।
गोपाल जब तक संभलते हमलावर ने अपनी कमर में लगा दाव (धारदार हथियार) निकालकर उन पर हमला कर दिया। यह देखकर सिपाही अनिल आए तो हमलावर ने उनके पैर पर दाव मार दिया। अन्य सुरक्षाकर्मी हमलावर को पकड़ने दौड़े तो वह धार्मिक नारा लगाते हुए प्रवेश द्वार से अंदर घुस गया। आगे खड़े सिपाही अनुराग और अनिल ने डंडा मारकर उसे गिराया और दबोच लिया।
इस दौरान मंदिर में गोली चलने की अफवाह उड़ने से अफरातफरी मच गई। सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें संयत किया। सुरक्षाकर्मियों पर हमले की खबर फैलते ही पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और घायल सिपाहियों को गोरखनाथ चिकित्सालय में प्राथमिक उपचार कर जिला अस्पताल में भर्ती कराया। एसएसपी विपिन ताडा हमलावर को जिला अस्पताल ले गए। जिला अस्पताल से सभी को मेडिकल कालेज भेज दिया गया।
पुलिस ने घटनास्थल से एक बैग बरामद किया है, जिसमें लैपटाप, अहमद मुर्तजा अब्बासी के नाम पैन व आधार कार्ड, गोरखपुर से दिल्ली जाने का 28 मार्च हवाई टिकट व एक अन्य दाव मिला है। घटना के बाद डीआइजी जे रविंद्र गौड, एसएसपी और एटीएस ने गोरखनाथ मंदिर का निरीक्षण किया।
गिरफ्तार हमलावर अहमद मुर्तजा अब्बासी के आधार कार्ड पर मिलेनियम टावर नवी मुंबई का पता लिखा है। उसने 2015 में आइआइटी बाम्बे से केमिकल इंजीनियरिंग की है। पैन से पता चला कि वह गोरखपुर के सिविल लाइन्स के पार्क रोड स्थित अब्बासी नर्सिंग होम परिसर का निवासी है। इसके बाद एटीएस अहमद मुर्तजा के घर पहुंची और उसके पिता मुनीर से देर रात तक पूछताछ करती रही।
एसएसपी गोरखपुर डा. विपिन ताडा ने बताया कि घायल सिपाहियों और हमलावर को मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है। घायल होने के कारण हमलावर से पूछताछ नहीं हो पाई है। आरोपित के स्वजन से पूछताछ और घटना से जुड़े सभी पहलुओं पर जांच हो रही है। गोरखनाथ थाने में मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है।
बोला हमलावर, चाहता था कि कोई मुझे गोली मार दे : जिला अस्पताल में भर्ती होने से पहले मीडिया से बातचीत में अहमद मुर्तजा ने बताया कि उसकी पत्नी छोड़कर चली गई है। नौकरी छूट गई है। इससे परेशान रहता था। कई रातों से सो नहीं पाया था। चाहता था कि कोई उसे गोली मार दे। इसलिए पुलिसवालों पर हमला कर दिया।