प्रासंगिकता खो रहे है समाधान दिवस, नहीं हो रहा शिकायतों का निस्तारण

नकुड [इंद्रेश]। जिलाधिकारी व एसएसपी की मौजुदगी के बावजूद संपूर्ण समाधान दिवस में आयी 38 शिकायतों मे से एक शिकायत का भी मौके पर निस्तारण नंही हो पाया। शिकायतों के निस्तारण न होने के चलते कथित समाधान दिवस अपनी प्रासंगिकता खो रहे है।

नकुड में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस मे जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडये, एसएसपी दिनेश कुमार पी, सीडीओं प्रणयसिंह सहित तमाम जिलास्तरीय अधिकारियों का अमला मौजूद रहा। पंरतु इसके बावजूद शिकायतकर्ताओं की संख्या कम रही। समाधान दिवस में कुल 38 शिकायते दर्ज की गयी। जाफरपुर रनियाली निवासी ब्रजपाल पुत्र उधल सिंह ने समाधान दिवस पर दी अपनी शिकायत मे ग्राम प्रधान पर प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के अंतर्गत अपात्र व्यक्तियों का चयन करने के आरोप लगाये। उसने कहा कि ग्राम प्रधान ने कम से कम आठ ऐसे व्यक्तियों का चयन किया है जिनके पास पहले ही बडे-बडे पक्के व लिंटर के मकान उपलब्ध है।

ब्रजपाल का आरोप है कि अवैधवसूली के चलते गरीब व पात्र व्यक्यिों को योजना का लाभ नंही दिया जा रहा है। अधिकारियों ने ब्रजपाल की शिकातय पर जांच कराने की बात कहकर मामले को टरका दिया।

चमनपुरा निवासी सुरेशपाल का कहना है कि गांव का गंदा पानी उसके खेतों मे भर रहा है। जिससे उसकी फसल बरबाद हो रही है। जबकि नाई नगली निवासी निवासी आदेश का कहना है कि उसके खेतो पर अवैध कब्जा करने से रोका जाये।

अघ्याना निवासी सुधीर कुमार का कहना है कि उसके बाबा के नाम का पुराने कनेक्शन का बिल अवैध रूप से भेजा जा रहा हैं। जबकि यह कनेक्शन चल ही नही रहा है। नकुड के मौहल्ला बंजारान निवासी बिल्किश ने प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत मकान बनवाने की मांग की।

जबकि जोगीपुरा निवासी दिलशाद ने गाँव के सफाईकर्मी पर सफाई न करने के आरोप लगाये। उसने सफाईकर्मी की जांच कराने की मांग भी की। इस मौके पर कुल 38 शिकायते दर्ज करायी गयी। पंरतु तमाम जिलास्तरीय अधिकारियों का अमला होने के बावजूद एक भी शिकायत का मौके पर निस्तारण नहीं हो पाया।


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