नई दिल्ली। Kisan Andolan: कृषि कानून विरोधी आंदोलन स्थल पर समय-समय पर कुछ न कुछ ऐसा हो जाता है जिसकी वजह से वो फिर से चर्चा में आ जाता है। शुक्रवार को सिंधु बार्डर धरना स्थल एक बार फिर से चर्चा में आ गया, इस बार चर्चा का कारण एक युवक की हाथ काटकर नृशंस करने की वजह थी। हत्या के बाद युवक के लहूलुहान शव को आंदोलन के मुख्य मंच से करीब सौ मीटर दूर एक पुलिस बैरिकेड पर लटका दिया गया।

 

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और तो और शव के साथ ही युवक का कटा हुआ हाथ भी लटका दिया गया था। कुंडली थाना पुलिस को जब इस तरह की सूचना मिली तो वो अपने लाव लश्कर के साथ मौके पर पहुंची। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस को शव के पास नहीं जाने दिया।वहां पुलिस की पूछताछ में किसी ने भी युवक की हत्या की जिम्मेदारी नहीं ली। कुछ समय के बाद संयुक्त किसान मोर्चा के नेता के पहुंचने पर प्रदर्शनकारी शांत हुए। इस युवक की पहचान लखबीर सिंह के रूप में हुई। डीएसपी हंसराज ने बताया कि अज्ञात पर युवक की हत्या के आरोप में मामला दर्ज कर लिया है

हत्या की इस वारदात के बारे में पता चलने पर जाने-माने कवि कुमार विश्वास ने भी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। अपने इंटरनेट मीडिया के ट्विटर एकाउंट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि यह हत्या नहीं, भीड़ की उन्मादी मानसिकता द्वारा भारत के क़ानून व संविधान को चुनौती है।हत्यारे किसी धर्म के हों उन्हें भारत के आंतरिक अनुशासन की ताक़त का अनुभव कराइए, @HMOIndia देश को भीड़ में बदलने से रोकिए।आंदोलन की पवित्रता बचाए रखना आंदोलनकारियों व उनके नेताओं की ज़िम्मेदारी है

अपने इस ट्वीट में उन्होंने गृह मंत्रालय को टैग करते हुए लिखा है कि देश को भीड़ में बदलने से रोकिए। साथ ही उन नेताओं से भी अपील की कि वो आंदोलन की पवित्रता को बचाए रखना उनका काम है। आंदोलन की पवित्रता बचाए रखना आंदोलनकारियों व उनके नेताओं की जिम्मेदारी है।

वीडियो हो रहे वायरल

सुबह युवक की हत्या के बाद विभिन्न वाट्सएप ग्रुपों पर कई वीडियो वायरल हुए। इन वीडियों में युवक की हत्या का आरोप निहंगों पर लग रहा है। वीडियो में दिख रहा है कि हमले के बाद हाथ कटा युवक मौके पर तड़प रहा है और उसके चारों ओर निहंग खड़े हैं। निहंग युवक से पूछताछ कर रहे हैं लेकिन वो कुछ भी नहीं बता पा रहा।