‘रजाकार पाकिस्तान चले गए, वफादार RSS को हरा रहे हैं’, शाह के बयान पर ओवैसी का पलटवार
हैदराबाद: AIMIM सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के एक बयान पर कहा कि हैदराबाद के रजाकार पाकिस्तान भाग चुके हैं और यहां बचे वफादार पिछले 40 सालों से RSS को हरा रहे हैं। बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को हैदराबाद लोकसभा क्षेत्र के मतदाताओं से भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार के. माधवी लता को चुनने और सीट को ‘रजाकार’ से ‘मुक्त’ कराने का आग्रह किया था। शाह ने बुधवार की रात हैदराबाद लोकसभा क्षेत्र में पार्टी उम्मीदवार के लिए प्रचार किया था।
‘हैदराबाद के इस इलाके में कोई किसी से नहीं डरता’
शाह के बयान पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ‘कल अमित शाह ने कहा कि पिछले 40 साल से हैदराबाद पर रजाकारों का कब्ज़ा है। आप होम मिनिस्टर हैं फिर भी अगर हैदराबाद पर रजाकारों का कब्जा है तो आप क्या कर रहे हैं 10 साल से? कभी रजाकारों का कब्जा, कभी ISIS का अड्डा, कभी रोहिंग्याओं का अड्डा, किस्सा क्या है आखिर यह? अमित शाह, आपको और आपकी पार्टी को पुराने शहर के इस इलाके से और यहां के लोगों से क्यों इतनी नफरत है?’ ओवैसी ने कहा कि हैदराबाद के इस इलाके में कोई नहीं डरता, बल्कि यहां के बच्चों को रोकना पड़ता है।
‘वफादार ने बाबरी मस्जिद जिंदाबाद का नारा लगाया’
ओवैसी ने कहा, ‘यहां कोई रजाकार नहीं हैं, यहां पर इंसान रहते हैं। जो रजाकार थे वो पाकिस्तान भाग गए। जो वफादार थे वे यहां पर ठहरकर 40 साल से RSS को हरा रहे हैं और इस बार भी तुमको और मोदी को हराएंगे। रजाकार भाग गए, वफादार सीना तानकर खड़े हैं। आपके 300 सांसदों के सामने खड़े होकर वफादार ने बाबरी मस्जिद जिंदाबाद का नारा लगाया था। आप हमको बोलते हैं ISIS का अड्डा? आप हैदराबाद की पार्लियामेंट की आवाम को कितना बनाम करेंगे?’ ओवैसी ने कहा कि हैदराबाद के पुराने इलाके में विभिन्न धर्मों, जातियों और संप्रदायों के लोग रहते हैं।
हैदराबाद की सीट पर 13 मई को होगा मतदान
इससे पहले अमित शाह ने परोक्ष तौर पर AIMIM की ओर इशारा करते हुए कहा था, ‘40 साल से रजाकार के प्रतिनिधि वहां (संसद) बैठे हैं।’ उन्होंने जनता से सीट को ‘रजाकार’ से ‘मुक्त’ कराने का आग्रह किया था। AIMIM सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी हैदराबाद निर्वाचन क्षेत्र से फिर से चुनावी मुकाबले में उतरे हैं। शाह ने कहा कि किसी को डरने की जरूरत नहीं है और हर मतदाता को, चाहे वह हिंदू हो या मुस्लिम ‘कमल’ के निशान पर वोट देना चाहिए और हैदराबाद को मुख्यधारा से जोड़ने का काम करना चाहिए। बता दें कि तेलंगाना की 17 लोकसभा सीटों के लिए 13 मई को मतदान होगा।