राहुल के हाइड्रोजन बम पर रविशंकर प्रसाद का पलटवार, बताया ‘फुस्स पटाखा’, पूछा- हलफनामे से क्यों भागते हैं?

भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी के ‘हाइड्रोजन बम’ बयान पर तीखा पलटवार करते हुए उनके आरोपों को गैर-जिम्मेदाराना बताया। प्रसाद ने चुनाव आयोग की पारदर्शिता का बचाव करते हुए अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव द्वारा बैलेट पेपर की मांग को बूथ कैप्चरिंग दोबारा शुरू करने की मंशा करार दिया।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा वोट चोरी के अपने आरोपों को दोहराए जाने और भाजपा को एक और हाइड्रोजन बम की चेतावनी दिए जाने के बाद सत्तारूढ़ पार्टी ने सोमवार को उन्हें गैरजिम्मेदार और समझने में कठिन कहा। भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने प्रसन्नतापूर्वक प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि जब भी मैं राहुल गांधी को बोलते हुए सुनता हूं, चाहे संसद के अंदर हो या बाहर, मुझे कई प्रकार के एंटीना लगाने पड़ते हैं। उन्होंने कहा कि आज राहुल गांधी ने कहा कि मैंने एटम बम फोड़ा है, अब हाइड्रोजन बम फोड़ूंगा। उन्होंने कहा कि चुनाव में मतगणना को लेकर कर्नाटक में जो उनका एटम बम था वो तो फुस्स हो गया, वो दिवाली का एक छोटा पटाखा भी नहीं निकला, और वो हाइड्रोजन बम फोड़ने की बात कर रहे हैं। अभी तक तो दुनिया में भी हाइड्रोजन बम नहीं फूटा है।
कांग्रेस नेता पर निशाना साधते हुए प्रसाद ने कहा कि एक बार उन्होंने (राहुल गांधी) कहा था कि 5-6 साल में व्यक्ति युवा हो जाता है। दूसरी बात उन्होंने कही, तपस्या करने से गर्मी होती है। इसलिए एटम बम और हाइड्रोजन बम का चुनाव से क्या संबंध है, इसके लिए मुझे जानकारी प्राप्त करनी पड़ेगी। राहुल गांधी जी… इतना अपने आप को हल्का क्यों बना रहे हैं, आप विपक्ष के नेता के पद पर हैं, इसकी गरिमा होती है। भाजपा सांसद ने कहा कि राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर कई सवाल उठाए हैं, लेकिन हलफनामे के मुद्दे पर वह चुप क्यों हैं?
उन्होंने कहा कि मैं तीन सवाल उठाना चाहता हूँ जिनका जवाब राहुल गांधी को देना चाहिए: 1.21 लाख लोग मर चुके हैं। क्या उन्हें अब भी मतदाता सूची में रहना चाहिए? 2.35 लाख लोग अब अपने पंजीकृत पते पर नहीं रहते। क्या उनके नाम बने रहना चाहिए? 3.7 लाख नाम दो अलग-अलग निर्वाचन क्षेत्रों में हैं। क्या उन्हें दो बार मतदान करने की अनुमति दी जानी चाहिए? इसके साथ ही उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने स्पष्ट रूप से कहा है कि आपत्तियाँ हलफनामों के माध्यम से दर्ज की जानी चाहिए। राहुल गांधी इससे क्यों भाग रहे हैं? क्योंकि उन्हें पता है कि हलफनामे में झूठ बोलने पर कानूनी कार्रवाई हो सकती है।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि पहले बिहार में जब चुनाव होता था तो कितनी बूथ कैप्चरिंग होती थी, बूथ तक लूट लिया जाता था। लेकिन आज बूथ कैप्चरिंग खत्म हो गई है। मैं चुनाव आयोग का धन्यवाद करता हूं। आज ईवीएम में जाइए, बटन दबाइए और रिजल्ट सामने आता है। आज जो अखिलेश और तेजस्वी यादव कहते हैं कि बैलेट पेपर लाओ… क्योंकि इनके दिल में दर्द है कि ये लोग बूथ कैप्चरिंग नहीं कर पा रहे हैं। आज ये लोग जो चुनाव आयोग और वोटर लिस्ट पर घमासान कर रहे हैं इसके बीच में दो मूल बिंदु हैं। हमें बूथ कैप्चर करने का अधिकार दो और घुसपैठियों को नहीं निकालो।
