रैपिड रैस्पोंस टीम और निगरानी समिति गंभीरता और क्रियाशीलता के साथ कार्यवाही करें – मण्डलायुक्त

- वर्चुअल बैठक में अनुपस्थित चार सैक्टर अधिकारियों का वेतन रूका
सहारनपुर [24CN] । मण्डलायुक्त श्री ए0वी0राजमौलि ने कहा कि कोविड नियंत्रण के लिए सैक्टर अधिकारी अपने क्षेत्र का निरन्तर भ्रमण कर यह सुनिश्चित करें कि उनके क्षेत्र में शत-प्रतिशत संदिग्ध और लक्षणयुक्त लोगों को मेडिकल किट वितरित हो जाए। उन्होने कहा कि यह भी सुनिश्चित करें कि उनके क्षेत्र की रैपिड रैस्पोंस टीम और निगरानी समिति गंभीरता और क्रियाशीलता से कार्यवाही करें।
सैक्टर अधिकारी अपनी टीम से लगातार सम्पर्क में रहे। उन्होने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों का मण्डलीय जांच दलों के द्वारा औचक निरीक्षण किया जायेगा। लापरवाही मिलने पर संबंधित के विरूद्ध कार्यवाही की कठोर दण्ड़ात्मक कार्यवाही की जायेंगी। उन्होंने कहा कि सभी सैक्टर अधिकारियों को अपने क्षेत्र के गांवों के बारे में सम्पूर्ण जानकारी होनी चाहिए। जनसंख्या के अनुपात में टैªसिंग, टैस्टिंग और ट्रीटमेंट की कार्यवाही की जाए। उन्होने 04 सैक्टर अधिकारियों के बैठक से अनुपस्थित रहने पर वेतन रोकने के निर्देश दिये। उन्होंने निर्देश दिए कि लापरवाही किसी भी स्तर पर क्षम्य नहीं होगी। जो सैक्टर अधिकारी लापरवाह है जिस दिन से उनकी नोडल अधिकारी के रूप में डयूटि लगी है उस दिन से उनका वेतन रोका जायेगा।
श्री ए0वी0राजमौलि ने आज वर्चुअल माध्यम से मण्डल के सैक्टर अधिकारियों को यह निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि महामारी से निपटने के लिए सैक्टर अधिकारी निरंतर कार्य करते रहें। उन्होंने कहा कि सैक्टर अधिकारी यह सुनिशिचित करें कि ग्रामों में निगरानी समिति प्रतिदिन घरों का निरीक्षण करें। उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले व्यक्तियों की सूचना तत्काल उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा कि होम आईसोलेशन तथा कन्टेनमेंट जोन का कडाई से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में सफाई, सेनेटाइजेशन और फाॅगिंग की कार्यवाही युद्धस्तर पर की जाए।
उन्होंने कहा कि कूड़े के निस्तारण के लिए व्यापक व्यवस्था की जाए। उन्हांेने कहा कि बरसात के मौसम से पूर्व ही हर स्थिति मंे कूड़े का निस्तारण करा दिया जाए। किसी भी ग्राम में शु़द्ध पेयजल की समस्या न होने पाए। किसी भी सैक्टर अधिकारी के क्षेत्र में कोई भी हैण्डपम्प अक्रियाशील स्थिति में न हो। उन्होने कहा कि शादी समारोह में निर्धारित संख्या से अधिक व्यक्ति कदापी शामिल न हों। वैक्सीनेशन के लिए लोगों को प्रेरित कर पात्र शत-प्रतिशत लोगों को वैक्सीनेशन कराएं। मुख्य विकास अधिकारी भी अपने स्तर से ग्रामीण क्षेत्रों का भ्रमण करें। उन्होने निर्देश दिये कि ग्राम सचिव के कोविड पाॅजिटिव होने पर उपजिलाधिकारी तत्काल वैक्लपिक व्यवस्था सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि खण्ड विकास अधिकारी रेड जोन, येल्लो जोन और ग्रीन जोन बनाते हुए कार्यवाही करें। सैक्टर अधिकारी अपने पास 20-20 मेडिकल किट रखें जिससे आवश्यकता पडने पर तुरन्त निगरानी समिति अथवा लक्षणयुक्त व्यक्ति को उपलब्ध करायी जा सके।
मण्डलायुक्त ने निर्देश दिये कि ग्राम में पंचायत भवन अथवा प्राईमरी पाठशालाओं में आइसोलेशन की सुविधा सुनिश्चित की जाए। उन्होने कहा कि स्थानीय चिकित्सकों, चैकीदार और कोटेदारों से बाहर से आने वाले व्यक्तियों की सूचना निरन्तर ली जाए। कोरोना के लक्षणयुक्त व्यक्तियों की पहचान एवं लाइन लिस्टिंग का कार्य किया जायेगा एवं कोविड की दवाई (मेडिकल किट) भी वितरित की जायेगी।
उन्होने कहा कि पब्लिक एडेªस सिस्टम का व्यापक प्रयोग कर कोरोना से बचाव के प्रति जागरूकता के संदेश प्रसारित करने की निरंतर कार्यवाही की जाये। उन्होने कहा कि पुलिस व मजिस्ट्रेटगण द्वारा प्रभावी प्रवर्तन की कार्यवाही करते हुए कृत कार्यवाही से प्रतिदिन अवगत कराया जाये तथा यह भी सुनिश्चत किया जाए कि हाई रिस्क कैटेगरी यथा 60 वर्ष से ऊपर के व्यक्ति, 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चे, गर्भवती महिलाएं एवं एक से अधिक बीमारी से ग्रस्त अर्थात कम इम्यूनिटी के लोग बाहर न जायें।
श्री ए0वी0राजमौलि ने सामान्य जन से अपील की है कि अनावश्यक बाहर न निकलें एवं यदि निकलें तो मास्क अनिवार्य रूप से पहनकर ही निकलें। उन्होने कहा कि टीकाकरण का अभियान जनपद में यथावत चलता रहेगा परन्तु सोशल डिस्टेसिंग व दो गज की दूरी व मास्क की अनिवार्यता टीकाकरण के समय आवश्यक होगी। एकीकृत कोविड एण्ड कमाण्ड सेन्टर से कोविड पोजिटिव अथवा होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों से वार्ता की जानकारी ली जाए।
बैठक में अपर आयुक्त प्रशासन श्री डी0पी0सिंह, मुख्य विकास अधिकारी शामली श्री शंभूनाथ तिवारी, समस्त उपजिलाधिकारी, समस्त खण्ड विकास अधिकारी, एम0ओ0आई0सी0 तथा समस्त सैक्टर अधिकारी उपस्थित रहे।