रैपिड रेल: 82 किमी में से 50 किमी में शुरू हुआ कार्य, दूसरे चरण में होंगे सात स्टेशन

दिल्ली से मेरठ का सफर मात्र 55 मिनट में पूरा कराने के लिए एनसीआरटीसी तेज गति से कार्य कर रहा है। पहले चरण में साहिबाबाद से दुहाई तक कार्य तेज गति पर है। दूसरे चरण में अब दुहाई से शताब्दीनगर तक कार्य शुरू कर दिया गया है। दूसरे चरण के सिविल कार्य का कांट्रेक्ट एलएंडटी को मिला है। अब रैपिड रेल के 82 किमी के सफर में से 50 किमी पर निर्माण कार्य शुरू हो गया है।

दुहाई से शताब्दी नगर तक के हिस्से पर निर्माण से पहले अन्य गतिविधियों को शुरू कर दिया गया है। इस चरण में अभी तक सड़क चौड़ीकरण का कार्य, बिजली की हाईटेंशन लाइनों की शिफ्टिंग, भू-तकनीकी जांच और पाइल लोड टेस्ट आदि का कार्य चल रहा है। मोदीनगर सिटी, परतापुर और रिठानी के बीच और मेरठ साउथ में विद्युत यूटिलिटि के स्थानांतरण का कार्य तेजी से चल रहा है। ऑर्डिनेंस डिपो और मोहिउद्दीनपुर के पास पैदल पार पथ पुल (फुटओवर ब्रिज) का निर्माण कार्य चल रहा है।
दूसरे चरण में होंगे सात स्टेशन

दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर 82 किमी लंबा है। इसमें दुहाई और मोदीपुरम में दो डिपो सहित 24 स्टेशन होंगे। दूसरे चरण में दुहाई से शताब्दी नगर (33 किमी) में सात स्टेशन होंगे। इसमें मेरठ मेट्रो के स्टेशन भी शामिल हैं। इन्हें भी फाइनल कर लिया गया है।

यह हैं इस चरण के स्टेशन
रैपिड स्टेशन :
मुरादनगर, मोदी नगर साउथ, मोदी नगर नॉर्थ, मेरठ साउथ और शताब्दी नगर।
मेट्रो स्टेशन : परतापुर और रिठानी
कॉमन स्टेशन (मेट्रो और रैपिड दोनों के लिए) : मेरठ साउथ और शताब्दी नगर।

अभी तक यह हुआ कार्य
इस कॉरिडोर के साहिबाबाद से दुहाई के बीच 17 किमी लंबे प्राथमिकता वाले खंड पर निर्माण कार्य जारी है। प्राथमिक खंड पर पिलर दिखने लगे हैं और जल्द ही सुपर स्ट्रक्चर लांच कर दिया जाएगा। प्राथमिक खंड पर परिचालन 2023 से प्रस्तावित है, जबकि पूरे कॉरिडोर को 2025 से जनता के लिए शुरू किए जाने का प्रस्ताव है।


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