रामचरित मानस के अपमान के विरोध में रामलीला के कलाकारों ने सौंपा ज्ञापन

- सहारनपुर में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपने जाते रामलीला मंचन से जुड़े कलाकार।
सहारनपुर। श्रीराम लीला कलाकार गु्रप से जुड़े कलकारों ने समाजवादी पार्टी के नेताओं द्वारा हिंदू समाज के पवित्र ग्रंथ रामचरित मानस का अपमान किए जाने के विरोध में मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपकर समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव व स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ कठोर कार्यवाही किए जाने की मांग की।
श्रीरामलीला कलाकार गु्रप के पदाधिकारी अमित भसीन के नेतृत्व में एकत्र होकर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने सौंपे ज्ञापन में बताया कि रामलीला आयोजन के मुख्य आधार व हिंदू समाज के पवित्र ग्रंथ रामचरित मानस का अपमान किया जाना निंदनीय है। उनका कहना था कि जब आज भारत भूमि पर कोई क्षूद्र है नहीं तब एक झूठा षडयंत्र रचकर हिंदुओं को विखंडित करने के उद्देश्य से कुछ राजनीतिक दल मुस्लिम तुष्टिकरण के वशीभूत होकर अपमानित कर रहे हैं। उनका कहना था कि भारत में 400 वर्षों के मुगलकाल व 200 वर्षों के ईसाई शासन के दौरान अत्याचार, क्रूरता व दमनात्मक नीतियों के कारण अधिकांश हिंदू समाज को मुस्लिम व इसाई धर्म में परिवर्तित कर दिया गया है।
उनका कहना था कि यदि भारत में किसी भी हिंदू को क्षूद्र कहना सरासर बेईमानी व झूठा प्रचार है। उन्होंने समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव व स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ कठोर कार्यवाही किए जाने की मांग की।
प्रतिनिधिमंडल में हरीश भटेजा, पवन कुमार, अनिल अरोड़ा, भानू प्रताप सिंह, अमन सिंह, रूपेंद्र सिंह, हितेश बंसल, राकेश कुमार, मांगेराम, जलसिंह बहादुर सिंह, सुनील त्यागी, रामपाल, अभिनव, अजय, संजीव, जय कुमार, मांगेराम त्यागी, धर्मपाल कश्यप, रजत गोयल, अपनेश चौहान, राधेश्याम पुंडीर, संजीव कुमार आदि मौजूद रहे।