लखनऊः केंद्रीय मंत्री व रिपब्लिकन पार्टी आफ इंडिया (आरपीआइ) के अध्यक्ष रामदास आठवले ने रविवार को महाराष्ट्र के राजनीतिक घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया दी। आठवले ने कहा कि महाराष्ट्र में एनसीपी में फूट के बाद अब उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी में भी फूट की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है। आठवले ने संकेत दिया कि उत्तर प्रदेश में सपा का भी हाल एनसीपी जैसा हो सकता है।

बोले- मैंने शरद पवार को दिया था सुझाव

अति विशिष्ट अतिथि गृह में पत्रकारों से बातचीत में आठवले ने कहा कि महाराष्ट्र में शरद पवार को उन्होंने पहले ही सुझाव दिया था कि वह मोदी के समर्थन में आकर देश को आगे बढ़ाने का काम करें, लेकिन वह नहीं माने। आज उनके भतीजे अजित पवार ने अपने समर्थक विधायकों के साथ भाजपा में आस्था व्यक्त कर दी है। उन्हें उप मुख्यमंत्री बनाया गया है।

उन्होंने कहा कि एक तरफ पूरा विपक्ष मिलकर लोकसभा चुनाव को लेकर अपने नेता का चयन नहीं कर पा रहा है तो दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नीतियों में दूसरे दलों के नेता तक अपना विश्वास जता रहे हैं। इसका ताजा उदाहरण महाराष्ट्र में अजित पवार का एनसीपी के 35 से ज्यादा विधायकों को साथ लेकर भाजपा समर्थित सरकार में शामिल होना है।

‘सपा का वोटबैंक भाजपा के पाले में’

आठवले ने कहा कि देश भर में दलित व पिछड़े वर्ग के लोग भाजपा और उसके सहयोगी दलों के साथ जुड़ रहे हैं। यही हाल अल्पसंख्यकों का भी है। पहले सपा अल्पसंख्यकों के दम पर प्रदेश में राजनीति कर रही थी, अब उनके पाले से अल्पसंख्यकों खासकर मुस्लिम वर्ग के लोगों का वोटबैंक खिसक कर भाजपा के पाले में आ चुका है।

राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयन्त चौधरी को लेकर उन्होंने कहा कि वह पटना में बीते दिनों आयोजित विपक्षी दलों की बैठक में शामिल नहीं हुए थे। आने वाले समय में जयन्त भी भाजपा के साथ आ सकते हैं। आठवले ने कहा कि मायावती को वह बहन मानते हैं, लेकिन यह भी सच है कि बसपा का जनाधार तेजी से समाप्त हो रहा है। रामदास आठवले ने कहा कि योगी आदित्यनाथ सरकार अच्छा काम कर रही है।