“सिर्फ भगवान नहीं थे राम-सीता”, Javed Akhtar ने हिंदू देवी-देवताओं को लेकर दिया बड़ा बयान

“सिर्फ भगवान नहीं थे राम-सीता”, Javed Akhtar ने हिंदू देवी-देवताओं को लेकर दिया बड़ा बयान

नई दिल्ली। बॉलीवुड के मशहूर फिल्म लेखक, कवि और गीतकार जावेद अख्तर अपने बेबाक अंदाज के लिए काफी जाने जाते हैं। अक्सर देखा जाता है कि जावेद अख्तर किसी भी मामले में अपनी राय को रखने को से बिल्कुल भी नहीं चूकते हैं, जिसकी वजह से लेखक का नाम चर्चा का विषय बना रहता है

इस बीच जावेद अख्तर ने रामायण, भगवान राम और माता सीता को लेकर बड़ा बयान दिया है। इस बयान में जावेद ने इनकी जन्मभूमि पर जन्म लेने और भारतीय विरासत को लेकर भी जिक्र किया है।

राम और सीता को लेकर जावेद अख्तर ने दिया बड़ा बयान

जावेद अख्तर उन फिल्मी हस्तियों में शुमार हैं जो अपनी बात को को दो टूक तरीके से रखते हैं। कई बार देखा गया है कि चाहें मसला कोई भी हो, लेकिन जब जावेद को अपनी विचार स्पष्ट करने हों तो वह पीछे नहीं रहते हैं।

हाल ही में दिवाली को मद्देनजर रखते हुए महाराष्ट्र के ठाकरे परिवार के सदस्य और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे की तरफ से एक दीपोत्सव कार्यक्रम रखा गया, जिसमें जावेद अख्तर भी मौजूद रहे। इस दौरान जावेद अख्तर ने भगवान राम और मां सीता को लेकर बड़ा बयान दिया है। जावेद ने कहा है-

”राम और सीता सिर्फ भगवान नहीं थे, बल्कि वे हमारे देश की सांस्कृतिक विरासत के प्रतीक भी हैं। रामायण को भी मैं इसी का दर्जा देता हूं। वैसे तो मैं नास्तिक हूं लेकिन इन हिंदू देवी-देवता की जन्मभूमि पर जन्म लेना मेरे लिए गर्व की बात है।”

इस तरह से जावेद अख्तर ने भगवान राम और माता सीता को लेकर अपनी राय रखी है। आलम ये है कि अब ‘शोले’ फिल्म लेखक के इस बयान की काफी चर्चा हो रही है।

जावेद अख्तर ने लिखीं ये फिल्में

बतौर फिल्म लेखक जावेद अख्तर ने हिंदी सिनेमा में एक से बढ़कर एक फिल्म की कहानी को लिखा है। गौर करें जावेद की ओर से लिखी फिल्मों की तरफ तो उसमें ‘शोले, जंजीर, मिस्टर इंडिया, सागर, यकीन, काला पत्थर, अर्जुन, डॉन और दीवार’ जैसी कई मूवीज के नाम शामिल हैं। खास बात ये है कि जावेद अख्तर के जरिए लिखी गई ज्यादातर फिल्में बॉक्स ऑफिस पर सफल साबित हुई हैं।


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