Ram Rahim: पहली बार गुरमीत राम रहीम को मिली 21 दिन की फरलो, सुनारिया जेल से रवानगी की तैयारी

Ram Rahim: पहली बार गुरमीत राम रहीम को मिली 21 दिन की फरलो, सुनारिया जेल से रवानगी की तैयारी
  • सजा काट रहे सिरसा डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को 21 दिन की फरलो मिल गई है। वह सुनारिया जेल से बाहर निकलने की तैयारी में है। वहीं सबसे पहले सिरसा डेरा जाने की बात सामने आ रही है।

रोहतक। दुष्‍कर्म और हत्‍या के केस में सजा काट रहे सिरसा डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को 21 दिन की फरलो मिल गई है। वह रोहतक की सुनारिया जेल से बाहर निकलने की तैयारी में है। सबसे पहले सिरसा डेरा जाने की बात सामने आ रही है। जेल जाने के बाद पहली बार राम रहीम गुरमीत सिंह को फरलो मिली है।

इससे पहले राम रहीम अलग-अगल कारणों के चलते राम रहीम को पैराेल तो मिली है, मगर फरलो पहली बार मिली है। वह भी 21 दिन की। राम रहीम को फरलो देने को लेकर कई चीजों से जोड़कर देखा जा रहा है। राम रहीम पहली बार सिरसा डेरा पहुंचेगा। सिरसा डेरे में भी अनुयायियों का जुड़ना शुरू हो गया है। पंजाब में चुनाव भी हैं तो राम रहीम के बाहर आने के चलते चर्चाएं शुरू हो गई हैं।

बता दें कि गुरमीत राम रहीम को साध्वी दुष्कर्म मामले में पंचकूला की अदालत में 25 अगस्त 2017 को पेश किया गया था। सीबीआइ की विशेष अदालत ने उसे दोषी करार देते हुए सुनारिया जेल में भेज दिया था। 27 अगस्त को इस मामले में रोहतक की सुनारिया जेल में ही सीबीआइ अदालत लगाई गई, जिसमें रामरहीम को 20 साल की सजा सुनाई गई। वहीं पत्रकार हत्‍याकांड में भी राम रहीम को दोषी करार दिया गया था। इसी दिन से रामरहीम जेल में सजा काट रहा है।

मई 2021 में मिली थी 48 घंटे की पैरोल

बीमार होने पर डेरामुखी गुरमीत को कई बार जेल से बाहर पीजीआइएमएस और गुरुग्राम अस्पताल में भी ले जाया गया। डेरामुखी गुरमीत इससे पहले भी कई बार पैरोल और फरलो के लिए अपील कर चुका था। पिछले साल मई 2021 में उसे 48 घंटे की पैरोल मिली थी। इस दौरान वह अपनी बीमार मां का हाल जानने के लिए गुरुग्राम में गया था। इस दौरान उसकी सुरक्षा में भी चूक का मामला सामने आया था। वापस लौटते समय सुरक्षा इंचार्ज महम डीएसपी शमशेर ने नियमों का उल्लंघन कर दो महिलाओं से मिलवा दिया था। मामले की जांच के बाद डीएसप

शमशेर को सस्पेंड कर दिया गया था। गुरमीत पहली बार 21 दिनों के लिए जेल से बाहर निकला है।

ऐसा है गुरमीत का पारिवारिक जीवन

डेरामुखी गुरमीत का जन्म राजस्थान के श्री गंगानगर जिले के गुरूसार मोदिया गांव में 15 अगस्त 1967 में एक में हुआ था। सात साल की उम्र में सिरसा में डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख शाह सतनाम सिंह ने अपना शागिर्द बना लिया। जहां पर उसे राम रहीम का नाम दे दिया गया था। साल 1990 में सतनाम सिंह ने देश भर से अपने अनुयायियों को विशाल सत्संग के लिए आमंत्रित किया। जिसमें 23 साल के गुरमीत को उनका वारिस चुना गया था। पारिवारिक जीवन 10वीं तक पढ़ाई करने वाले गुरमीत की पत्नी का नाम हरजीत कौर है। राम रहीम की दो बेटियां है। जिनका नाम चरणप्रीत और अमनप्रीत है। गुरमीत राम रहीम का एक बेटा भी है जिसका नाम जसमीत है। इसके अलावा राम रहीम ने एक बेटी गोद भी ली है।

जेल एवं बिजली मंत्री ने डेरा प्रमुख की फरलो मिलने की पुष्टि की

सिरसा : डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत सिंह को 21 दिन की फरलो दी गई है। जेल एवं बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने फरलो दिए जाने की पुष्टि कर दी है। बताया है कि 21 दिन की फरलो दी जा रही है। सिरसा डेरा में आने संबंधी प्रश्न पर जेल मंत्री ने कहा कि जेल विभाग की जिम्मेवारी जेल की ड्योढ़ी तक की है। वे कहां जाएं या न जाएं यह उनका मामला है। जेल से बाहर उनकी सुरक्षा का काम गृह विभाग का है। डेरा से जुड़े लोगों के अनुसार डेरा प्रमुख सिरसा के बजाय गुरुग्राम जाएंगे और कुछ दिन वहीं रुकेंगे। हालांकि बाद में उनका सिरसा आने का कार्यक्रम बन सकता है लेकिन वे फिलहाल गुरुग्राम में फार्म हाउस जाएंगे।

डेरा सच्चा सौदा की मैनेजमेंट कमेटी ने साध संगत से अनुरोध किया है कि साध संगत अपने अपने घरों में रहे। राम रहीम के दर्शनों के बारे में कोई भी प्रोग्राम होगा तो आपको बता दिया जाएगा। किसी भी प्रकार की अफवाहों में न आएं और डेरा सच्चा सौदा के जो ऑफिशियल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है उन पर दी गई जानकारी पर ही अमल करें।