Rajya Sabha Election 2022 : राज्यसभा की 57 सीटों के लिए तेज हुआ सियासी घमासान, जानें- किस दल ने किसे दिया टिकट, क्या है समीकरण?
- जिन 57 सीटों पर चुनाव होना है उनमें 11 सीटें यूपी छह-छह सीटें महाराष्ट्र-तमिलनाडु पांच सीटें बिहार चार-चार सीटें आंध्र प्रदेश कर्नाटक और राजस्थान की है। वहीं तीन-तीन सीटें मध्य प्रदेश और ओडिशा और दो-दो सीटें पंजाब छत्तीसगढ़ तेलंगाना हरियाणा झारखंड और एक सीट उत्तराखंड की शामिल है।
नई दिल्ली। राज्यसभा की 57 सीटों का फैसला 10 जून को होना है। इस चुनाव को लेकर जहां एक ओर देश की राजनीति में तमाम सियासी समीकरण बन और बिगड़ रहे हैं, वहीं तमाम सियासी दलों के भीतर आपस में उठापटक जारी है। राज्यसभा की ये सीटें जून और जुलाई में खाली हो रही हैं। फिलहाल जिन बड़े चेहरों का कार्यकाल खत्म हो रहा है, उनमें कांग्रेस के पी चिदंबरम, जयराम रमेश, कपिल सिब्बल, अंबिका सोनी, विवेक तन्खा, भाजपा से पीयूष गोयल, विनय सहस्रबुद्धे का नाम शामिल है। मुख्तार अब्बास नकवी, निर्मला सीतारमण, शिवसेना से संजय राउत, एनसीपी से प्रफुल्ल पटेल, बसपा से सतीश चंद्र मिश्र, आरजेडी से मीसा भारती का नाम भी उल्लेखनीय है। इनमें से तमाम नेताओं की जहां वापसी कर रहे है, वहीं कुछ नेताओं को निराशा हाथ लगी है।
कितनी सीटें कहां और किसके खाते में?
जिन 57 सीटों पर चुनाव होना है, उनमें 11 सीटें यूपी, छह-छह सीटें महाराष्ट्र-तमिलनाडु, पांच सीटें बिहार, चार-चार सीटें आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और राजस्थान, तीन-तीन सीटें मध्य प्रदेश और ओडिशा और दो-दो सीटें पंजाब, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, हरियाणा, झारखंड और एक सीट उत्तराखंड की शामिल है।
यूपी में सात सीट भाजपा, तीन सपा, एक पर चुनाव की संभावना
यूपी में खाली हो रही कुल 11 में से सात सीटें भाजपा के खाते में आना तय है तो तीन सीट समाजवादी पार्टी को मिलेंगी। 11वीं सीट पर चुनाव होने की संभावना है। एसपी ने तीन में दो सीटें अपने दल के लोगों को न देकर सियासी समीकरणों को देखते हुए फैसला किया। एक सीट पर कांग्रेस के पूर्व नेता कपिल सिब्बल का समर्थन कर राज्यसभा पहुंचने की राह आसान बनाई, वहीं दूसरी सीट उसने अपने सहयोगी जयंत चौधरी को उतारा। वहीं भाजपा ने यहां से लक्ष्मीकांत बाजपेई, राधामोहन अग्रवाल, सुरेंद्र सिंह नागर, बाबूराम निषाद, दर्शना सिंह, संगीता यादव को मैदान में उतारा है।
महाराष्ट्र में 6 सीटों पर चुनाव, भाजपा के खाते में 2 सीट
महाराष्ट्र की छह सीटों में से चार महाविकास आघाड़ी के खाते में तो दो सीटें भाजपा के खाते में जा रही हैं। यहां की चार में से एक-एक सीट कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी के खाते में जाएगी, चौथी सीट आपसी सहमति से तय होगी। कहा जा रहा है कि तीनों सत्ताधारी दल किसी निर्दलीय का समर्थन कर उसे भेज सकते हैं। भाजपा ने यहां से पीयूष गोयल और डॉ. अनिल सुखदेवराव को राज्यसभा भेजने का फैसला किया है। वहीं कांग्रेस ने इमरान प्रतापगढ़ी को अपना उम्मीदवार बनाया है।
तमिलनाडु में पक्ष औऱ विपक्ष के खाते में तीन-तीन सीट
तमिलनाडु की छह सीटों में से तीन सीटें सत्ता पक्ष और तीन विपक्ष के खाते में जा सकती हैं। डीएमके ने तीन में से एक सीट अपने सहयोगी कांग्रेस को देने का ऐलान किया है। कांग्रेस ने यहां से पी चिदंबरम को प्रत्याशी बनाया गया है।
बिहार में जेडीयू को केवल एक सीट
बिहार की पांच में से दो-दो सीटें आरजेडी और भाजपा के खाते में तो एक सीट जेडीयू के खाते में जानी है। जेडीयू इस बार नुकसान में रही है। सीटों के बंटवारे को लेकर भी उठापटक जारी है। यहां से भाजपा ने सतीश चंद्र दुबे और शंभू शरण पटेल को उतारा है।
आंध्र-कर्नाटक में जानें- क्या है समीकरण
आंध्र प्रदेश की तीन से चार सीटें वाईएसआर कांग्रेस के पास जाएगी। कर्नाटक में दो भाजपा के खाते में तो कांग्रेस के खाते में एक सीट पक्की है, जबकि दूसरे के लिए उसे कोशिश करनी होगी। भाजपा ने कर्नाटक से निर्मला सीतारमन और जग्गेश को टिकट दिया है। वहीं कांग्रेस ने जयराम रमेश को उम्मीदवार बनाया है।
राजस्थान, मप्र, ओडिशा में बंटवारा
राजस्थान में तीन सीटें कांग्रेस और एक सीट भाजपा के पास जा सकती है। मध्य प्रदेश में दो सीटें भाजपा को मिलेंगी और एक सीट कांग्रेस के पास जाएगी। ओडिशा की तीन में दो सीटें बीजेडी तो एक सीट भाजपा के पास जा सकती है। राजस्थान से भाजपा ने घनश्याम तिवारी को टिकट दिया है। कांग्रेस ने मप्र से विवेक तन्खा को उम्मीदवार बनाया है।
यहां एक ही पार्टी रहेगी दबदबा
पंजाब की दोनों सीटें आप के पास, छत्तीसगढ़ में दोनों सीटें कांग्रेस के खाते में तो तेलंगाना में दोनों सीटें टीआरएस के पास रहेंगी। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने रंजीत रंजन और राजीव शुक्ला को उम्मीदवार बनाया गया है।