यूक्रेन-रूस विवाद पर राजनाथ सिंह का बयान- बातचीत से निकले इस समस्या का हल
- यूक्रेन और रूस के बीच का विवाद गहराता जा रहा है. दोनों देशों के बीच जारी इस गतिरोध को लेकर भारत ने भी चिंता जाहिर की है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ( Rajnath Singh ) ने गुरुवार को कहा कि सरकार ने पहले भी एडवाइजरी जारी की
नई दिल्ली: Ukraine-Russia dispute: यूक्रेन और रूस के बीच का विवाद गहराता जा रहा है. दोनों देशों के बीच जारी इस गतिरोध को लेकर भारत ने भी चिंता जाहिर की है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ( Rajnath Singh ) ने गुरुवार को कहा कि सरकार ने पहले भी एडवाइजरी जारी की थी. सरकार चिंतित है, प्रयास जारी हैं. हमारी पूरी कोशिश है कि हमारे जो बच्चे वहां हैं उन्हें निकाला जाए. वहां स्थिति विषम है. प्लेन भेजा गया था, लेकिन प्लेन वहां उतारा नहीं जा सका. राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि भारत चाहता है कि शांति कायम होनी चाहिए। बातचीत से हल निकाला जाना चाहिए। युद्ध की स्थिति पैदा नहीं होनी चाहिए, यही भारत की सोच है.
केंद्र सरकार यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को अन्य देशों के रास्ते भारत लाने के विकल्प पर विचार कर रही है और इसके लिये यूक्रेन के पड़ोसी देशों से बातचीत की जा रही है. यूक्रेन स्थित भारतीय दूतावास ने गुरुवार को बताया कि वह भारतीय नागरिकों को निकालने के लिये वैकल्पिक व्यवस्था कर रहा है और विदेश मंत्रालय यूक्रेन के पड़ोसी देशों के साथ इसी बाबत बातचीत कर रहा है. दूतावास ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किये हैं और भारतीय नागरिकों को कहा है कि वे यूक्रेन से बाहर निकलने के लिये उससे संपर्क करें. ये हेल्पलाइन नंबर हैं: प्लस38 0997300483, प्लस38 0997300428, प्लस38 0933980327, प्लस38 0635917881 और प्लस38 0935046170 . दूतावास ने कहा है कि सभी भारतीय नागरिक हमेशा अपने पास अपना पासपोर्ट और जरूरी दस्तावेज रखे रहें। भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे दूतावास की वेबसाइट तथा फेसबुक , ट्वीटर और इंस्टाग्राम अपडेट पर नजर रखें.
यूक्रेन पर रूस के सैन्य अभियान की घोषणा के बाद दोनों देशों के बीच मिसाइल से हमले होने लगे. इसी दौरान यूक्रेन ने रूस के हमले के कारण वायुमार्ग बंद करने की घोषणा कर दी जिसे एयर इंडिया के विमान को गुरुवार को वापस लौटना पड़ा और भारत लौटने के लिये तैयार कई नागरिक हवाईअड्डे पर ही फंस गये.
