गिरते भूजल स्तर से निपटने के लिए सभी शासकीय भवनों में रेन वाटर हार्वेंस्टिग प्रणाली की स्थापना कराई जाए: मण्डलायुक्त
सहारनपुर [24CN]। प्रदेश में प्रदेश में गिरते हुए भूजल स्तर एवं भूजल संकट को देखते हुए वर्षा जल संचयन एवम् भूजल रिचार्ज के लिए मण्डल के समस्त शासकीय एवं अद्र्धशासकीय भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली की स्थापना कराये जाने के निर्देश दिए गए हैं। मण्डलायुक्त ए. वी. राजामैलि ने आज यहां जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश शासन के द्वारा भूजल प्रबन्धन एवम नियमन हेतु उत्तर प्रदेश भूगर्भ जल (प्रबन्धन और विनियमन)अधिनियम-2019 लागू कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि इसके चलते प्रथम चरण में प्रदेश के प्रत्येक सरकारी विभाग, अद्र्धसरकारी विभाग को यह सुनिश्चित करना होगा कि अधिनियम के प्रारम्भ होने के दिनांक से एक वर्ष के भीतर वर्षा जल संचयन संरचनाएं समुचित रुप से उनके परिसरों में निर्मित कर दी गयी हैै। उन्होंने कहा कि इसके लिए शासन द्वारा पूर्व में भी समस्त शासकीय भवनों यथा-शासकीय विद्यालयों, चिकित्सालयों, सरकारी कार्यालयोंख् आवासीय भवनो, शासकीय उपक्रमों, निगमों, मेडिकल कालिज, शासकीय निकायों आदि में रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली की स्थापना किये जाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किये गयेे है।
उन्होंने कहा कि विभागीय समीक्षा बैठक में यह पाया गया कि अधिकांश कार्यालयों में रुफ टाप रेन वाटर हार्वेस्टिंग की स्थापना नहीं कराई गयी है। उन्होंने सभी विभागाध्यक्षों को निर्देश दिए है कि शासन की मंशा के अनुरूप सभी सरकारी विभागों में रुफ टाप रेन वाटर हार्वेस्टिंग की स्थापना कर शासन को जानकारी उपलब्ध कराएं श्री राजमौलि ने कहा कि जनपद स्तर पर शासकीय भवनों पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली की स्थापना का अनुश्रवण करने के लिए लघु सिंचाई विभाग को नोडल विभाग नामित किया गया है, जो शासकीय भवनो पर रेन वाटर हार्वेस्टिग प्रणाली की स्थापना के संबंध में आवश्यक सहयोग जनपदों में प्रदान कर रहेे है।